पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि इस्लामाबाद और नई दिल्ली को दोस्ताना और बेहतर रिश्ता बनाए रखना चाहिए। दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ साजिश में भी शामिल होने से बाज आए।
तुर्की की यात्रा के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में शरीफ ने कहा, ‘हमें (पाकिस्तान और भारत) बेहतर रिश्ता बरकरार रखना चाहिए और एक दूसरे के खिलाफ साजिश में शामिल होने से बचाना चाहिए।’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दे और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में उनके देश को भी शामिल करने के मुद्दे पर साथ देने के लिए तुर्की को धन्यवाद दिया।
पाकिस्तान में हाल के आतंकी हमलों पर उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान की प्रगति से घबराए तत्वों का कारनामा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हर हाल में आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
शरीफ ने कहा, ‘हमारा दृढ़संकल्प है कि विभिन्न मोर्चो पर पाकिस्तान की सफलता जिन्हें नहीं भा रही है उन्हें हम परास्त करेंगे।’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल उनके देश के खिलाफ किया जा रहा है। पड़ोसी देश में स्थिरता कायम होने में ही पाकिस्तान की भलाई है।
अफगान-पाक नीति तैयार करने में जुटे ट्रंप प्रशासन को पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने सचेत किया है। उन्होंने कहा है कि इस्लामाबाद को अमेरिकी हितों को नजरअंदाज करने का दंड मिलना चाहिए। पाकिस्तान से गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा छीन लिया जाना चाहिए और उसे सैन्य सहायता के साथ ही वित्तीय मदद रोक देनी चाहिए। वर्ष 2009 से 2014 के बीच पेंटागन के वरिष्ठ सलाहकार रह चुके क्रिस्टोफर डी कोलेंडा ने एक लेख में ‘अफगानिस्तान में पाकिस्तान की दोहरी नीति’ को सामने रखा है।