जोक्स और शायरी मुझे क्या खौफ़ इन अंधेरों से माँ By Editor - March 6, 2019 0 जिन्दा जज्बात दिल-ए-फौलाद रखता हूँ, अजीज मिजाज ज़ख्म-ए-इलाज रखता हूँ, मुझे क्या खौफ़ इन अंधेरों से माँ, तेरी दुआओं का दीया जो अपने पास रखता हूँ।