राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच सोमवार को सचिन पायलट ने राहुल गांधी से मुलाकात ही। इसके बाद कहा जा रहा कि पायलट की सशर्त कांग्रेस में वापसी होने वाली है। जैसे ही ये खबर आई राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला। सतीश पूनियां ने कहा कि राज्य में जारी राजनीतिक संकट के ‘खलनायक’ अशोक गहलोत हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पूनियां ने कहा कि राज्य के सियासी संकट ने कांग्रेस आलाकमान की कमजोरी को दर्शाया है। इस संकट की वजह से पार्टी का “चरित्र” लोगों के सामने एक बार फिर से उजागर हो गया है। ऐसे में नैतिक आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
पूनियां ने बीते महीने होटलों में कांग्रेस विधायकों के ठहरने का मुद्दा भी उठाया, जिसमें दावा किया गया कि इस पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके लिए पूनियां के गहलोत को जिम्मेदार ठहराया। राजस्थान BJP अध्यक्ष ने कहा कि इंग्लिश में कहें तो ‘द ग्रेट राजस्थान पॉलिटिकल ड्रामा’ और हिंदी में ‘राम लीला’। 31 दिन की इस पूरी राम लीला में न भाई जागा, न बहन जी जागी। जनता के सामने 31 दिन का ऑडिट होना चाहिए, जिसमें गहलोत साहब को, फेयरमोंट और सूर्यगढ़ में खर्चे का हिसाब देना चाहिए।
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए राज्य बीजेपी प्रमुख ने कहा, “इस पूरे प्रकरण में, जो वास्तव में एक खलनायक है, उसने नायक बनने की कोशिश की। अशोक गहलोत को नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ना चाहिए क्योंकि इससे बहुत सारी समस्याओं का समाधान होगा।” उन्होंने गहलोत सरकार पर अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया।
सतीश पूनिया ने कहा कि अभी तक कांग्रेस राजस्थान का भला कैसे करती, वो तो भारत में अध्यक्ष नहीं ढूंढ पाई है। चुनाव आयोग के पीपुल्स रिप्रेजेंटेशन एक्ट के तहत आज रात तक उनको अध्यक्ष भी तलाशना है। अभी तक अध्यक्ष का फैसला भी नहीं हुआ है, तरस आता है कि ऐसे में राज्य का फैसला कैसे करेंगे।