ईपत्रकार.कॉम | भारत का चंद्रयान 2 चंद्रमा के उस हिस्से पर सॉफ्ट लैंडिंग करने जा रहा है, जहां अभी तक कोई और देश नहीं पहुंच सका है। चंद्रमा की सतह के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान 2 का विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की देश भर में प्रतीक्षा किए जाने के बीच इसरो ने शुक्रवार को कहा कि इस बहुप्रतीक्षित लैंडिंग के लिए चीजें योजना के अनुसार आगे बढ़ रही हैं। चंद्रयान-2 मिशन के तहत विक्रम लैंडर के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह अभियान श्रेष्ठ भारतीय प्रतिभा और तपस्या की भावना को परिलक्षित करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘इसकी सफलता से करोड़ों भारतीयों को लाभ होगा।’ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के सिवन ने पीटीआई से कहा, ”हम इसका (लैंडिंग का) बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सब कुछ योजना के मुताबिक हो रहा है।’ लैंडर ‘विक्रम शुक्रवार देर रात डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। ‘विक्रम के अंदर रोवर ‘प्रज्ञान है जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच बाहर निकलेगा।
इसरो के अनुसार, लैंडर में तीन वैज्ञानिक उपकरण लगे हैं जो चांद की सतह और उप सतह पर वैज्ञानिक प्रयोगों को अंजाम देंगे, जबकि रोवर के साथ दो वैज्ञानिक उपकरण हैं जो चांद की सतह से संबंधित समझ बढ़ाएंगे। सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही भारत रूस, अमेरिका और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इसके साथ ही भारत अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय लिखते हुए चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में पहुंचने वाला विश्व का प्रथम देश बन जाएगा। सिवन ने हाल में कहा था प्रस्तावित ‘सॉफ्ट लैंडिंग दिलों की धड़कन थाम देने वाली स्थिति होगी क्योंकि इसरो ने ऐसा पहले कभी नहीं किया है।
Youtube:
Facebook:
https://www.facebook.com/ISRO
Twitter:
https://twitter.com/isro