किसी भी व्यक्ति के जीवन में वास्तु शास्त्र में काफी महत्व होता है। वास्तु शास्त्र के द्वारा घर को दोषमुक्त किया जा सकता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और सुख और समृद्धि बनी रहती है। आज हम आपको घर में पायदान या डोरमैट रखने की सही दिशा के बारे में बताने जा रहे हैं। पायदान को वास्तु के अनुसार रखने से आपके घर में भी पॉजीटिव एनर्जी आ सकती है। आइए जानते हैं इसे रखने की सही दिशा….
– वास्तु के मुताबिक, टूटी हुई दहलीज से घर में लड़ाई-झगड़े बढ़ते हैं। ऐसे में इसके ऊपर पायदान रखने से छोटे-छोटे विवादों से बचा जा सकता है।
– वास्तु के मुताबिक, घर के डोरमैट का आकार आयताकार होना चाहिए। इससे घर वालों के रिश्ते मजबूत बनते हैं।
– अगर आपके घर में भी अशांति का माहौल है तो पायदान के नीचे काले कपड़े में थोड़ा कपूर बांधकर रखें। इससे नकारात्मकता दूर होने के साथ संबंध मजबूत होंगे।
– इस बात का ध्यान रखें कि घर का मुख्य दरवाजा पूर्व दिशा में हो तो पायदन का रंग हल्का होना चाहिए।
– अगर आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में है तो डोरमैट हल्के रंग का ही लें।
– वास्तु के मुताबिक, यदि आप डोरमैट के नीचे फिटकरी रखते हैं तो इससे नकारात्मकता दूर होती है।