पीएनबी घोटाले में आरोपी मेहुल चोकसी ने कहा है कि भारत सरकार उसे ‘सॉफ्ट टार्गेट’ बना रही है, क्योंकि वह ब्रिटेन भाग गए अन्य भगोड़ों को प्रत्यर्पित नहीं करा पा रही है. एक मीडिया रिपोर्ट में एंटीगुआ में छिपे चौकसी ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि यहां की सरकार मेरी सुरक्षा करेगी. चोकसी ने कहा कि भारत की बैंकिंग प्रणाली में ढेरों खामियां हैं. उसने आरोप लगाया कि बैंकर ढंग से काम नहीं करते. ऐसे कई मामले हैं जब बैंकर फ्रॉड में पकड़ में आए हैं. पीएनबी केस में मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है. भारत विजय माल्या और ललित मोदी के ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की कोशिश में लगा है. दोनों ही भगोड़ा कानून के तहत भारत में वांछित हैं.
पीएनबी मेरी प्रॉपर्टी बेचकर अपना नुकसान पूरा कर ले
पीएनबी घोटाले पर चौकसी ने कहा- मुझे उस केस की ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि बैंकरों से कंपनी के अफसर बातचीत करते थे. हमारा पीएनबी से दो दशक से ज्यादा पुराना नाता है. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चौकसी ने कहा कि वह पीएनबी घोटाले में जरा भी भरपाई नहीं कर पाएगा क्योंकि वह कंगाल हो चुका है. उसकी सारी संपत्ति जब्त हो चुकी है. पीएनबी को वसूली करनी है तो वह मेरी सारी संपत्ति बेच दे और अपना हर्जाना निकाल ले.
रेड कॉर्नर नोटिस को दी चुनौती
इससे पहले मेहुल चोकसी ने रेड कार्नर नोटिस जारी करने के खिलाफ इंटरपोल से गुहार लगाई है. चोकसी की तरफ से रेड कार्नर नोटिस पर उठाई गई आपत्तियों पर भारतीय एजेंसियों की तरफ से जवाब दिया जा चुका है. सूत्रों के अनुसार फ्रांस के लियोन में इंटरपोल कमेटी रेड कार्नर नोटिस पर अक्टूबर में फैसला लेगी. आपको बता दें कि भारतीय एजेंसियों ने मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल के पास आवेदन किया हुआ है. इससे पहले जुलाई में इंटरपोल ने जानकारी दी थी कि चोकसी अमेरिका से फरार हो गया है. अमेरिका में रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने से पहले ही मेहुल चोकसी के अमेरिका से फरार होने की खबर इंटरपोल ने दी थी.