हमें शुभ कार्य से पहले पंचांग देखना बहुत जरुरी है। हम जब भी अपने जीवन में कोई कार्य करते है। तो उसे करने से पहले कार्य योजना बना लेते है। उस कार्य का शुभ आरम्भ कब करें इसका ध्यान नहीं देते है जो की बेहद जरूरी होता है।
औद्योगिक कार्य का विशेष मुहूर्त:
कुटीर, लघु और भारी उद्योगों के शुभारंभ के लिए अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा नक्षत्र शुभ माने गए हैं। आप किसी ज्योतिषचार्य से परामर्श कर ही अपने इस कार्य को आगे बढ़ा सकते है।
मुहूर्त का रखें ध्यान:
सर्वार्थ सिद्धि योग, गुरु पुष्य योग, रवि पुष्य योग और रवि योग में मशीन स्थापना शुभ होता है। इसके अलावा व्यक्ति की चंद्र राशि व गोचर के चंद्रमा को ध्यान में रखते हुए लग्न शुद्धि पर विचार करना चाहिए। इन नियमों को अपनाकर आप पदोन्नति कर सकते है।
व्यवसाय का शुभ आरम्भ:
नई दुकान, शोरूम व कार्यालय खोलने के लिए आगे आते है. तो विशेष रूप से अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, अनुराधा, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद व रेवती नक्षत्र का ध्यान दें।