ज्योतिष की प्रचलित मान्यताओं तथा खरमास के चलते दिसंबर में विवाह तथा अन्य मांगलिक कार्य नहीं हो पा रहे थे। परन्तु अब सूर्य के उत्तरायण होने तथा खरमास के समाप्त हो जाने के कारण पुनः वैवाहिक व अन्य मांगलिक कार्यक्रम आरंभ हो जाएंगे। पंडितों के अनुसार इस पूरे वर्ष में विवाह के लिए कुल 65 मुहूर्त हैं जिनमें से 19 तो अकेले फरवरी में ही है। जबकि मई तथा जून में एक भी शादी का मुहूर्त नहीं है।
16 दिसंबर को लगा था खरमास
महीने भर पहले 16 दिसंबर को सूर्य ने धनु राशि में प्रवेश किया था जिससे खरमास शुरू हो गया और सभी मागंलिक कार्यों पर विराम लग गया। इस वर्ष 15 जनवरी को सूर्य के उत्तरायण होने तथा मकर राशि में प्रवेश करने से विवाह सहित सभी मांगलिक कार्यों को करने का मार्ग प्रशस्त हो गया।