BRO का चीन को दो टूक जवाब-हमारा काम सीमा पर सड़कें तैयार करना, किसी की आपत्तियों की चिंता नहीं

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लद्दाख में भारत-चीन सीमा विवाद के बीच भारत के सीमा सड़क संगठन (BRO) ने साफ कर दिया है कि उन्हें चीन की आपत्तियों से कोई लेना देना नहीं है। चीन द्वारा सड़क निर्माण को लेकर अक्सर उठाई जाने वाली आपत्तियों पर समाचार एजेंसी एएनआईर से बातचीत में BRO के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर बी किशन ने कहा कि सीमा सड़क संगठन का आपत्तियों से कोई लेना देने नहीं है। हम वही काम करते हैं, जो हमें सौंपा जाता है।

बी. किशन ने कहा है कि हमारे संगठन ने ही उन तीन पुलों का निर्माण किया है जिनके जरिए सेना के टैंक चीन से विवाद के दौरान LAC पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने NH-1 पर रिकॉर्ड समय में सड़क का निर्माण किया है। इस सड़क पर किसी भी तरह के भारी वाहन को ले जाया जा सकता है। गौरतलब है कि भारत चीन सीमा विवाद के पीछे मुख्य वजह भारत द्वारा लद्दाख में अपनी सीमाओं के भीतर कराया जा रहा सड़क निर्माण है। दरअसल चीन अपने इलाकों में तो बड़े कंस्ट्रक्शन कर रहा है लेकिन भारत के इंफ्रस्ट्रक्चर पर सवाल खड़े कर दादागीरी दिखाने की कोशिश करता है।

दो महीने से चल रहा सीमा विवाद
गौरतलब है कि चीन के साथ सीमा विवाद की शुरुआत मई के पहले सप्ताह में ही हो गई थी लेकिन 15 जून को गलवान घाटी की हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद भारत की तरफ से कड़ा रुख अख्तियार किया गया। भारत की तरफ से एक के बाद एक कई कदम उठाए गए जिससे चीन को सख्त संदेश दिया जा सके. पूरे विवाद के दौरान भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वो अपनी अखंडता और संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।

सामान्य होने की तरफ बढ़ रही स्थितियां
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी की बातचीत के बाद सीमा विवाद हल्का पड़ता दिख रहा है। तीन राउंड में हुई सैन्य अधिकारी स्तर की बातचीत में कोई हल निकलता नहीं दिख रहा था। 5 जुलाई को भारत की तरफ से सीमा विवाद को लेकर विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए गए अजित डोभाल की चीनी विदेश मंत्री से हुई बातचीत के बाद अब स्थितियां सामान्य होती दिख रही हैं।

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