सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई ) ने प्राइवेट स्कूलों और निजी प्रकाशनों की किताबों को लेकर सख्त कदम उठाया है। बोर्ड ने सभी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए एक एडवाइजरी वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि अगर कोई स्कूल निजी प्रकाशन की किताब चलाता है तो उसमें छपे कंटेंट को लेकर स्कूल ही जिम्मेदार होगा।
सीबीएसई की ओर से जारी 50 सैकेंड के इस वीडियो में बताया गया है कि अगर कोई भी स्कूल निजी पब्लिशर की किताब स्कूल में चला रहा है और उसके कंटेंट में किसी भी प्रकार की गलती पाई जाती है तो इसकी जिम्मेदारी स्कूल की प्रिंसिपल और मैनेजर की होगी। बोर्ड ने स्कूल को निर्देश दिए है कि स्कूल में चलाई जाने वाले सभी प्राइवेट पब्लिसर्स की पुस्तकों को स्कूल के आफिशियल वेबसाइट पर डालना अनिवार्य है।
वीडियो में एफिलिएशन बायलॉज का हवाला देते हुए कहा गया है कि बोर्ड देश के भविष्य, सीबीएसई बोर्ड की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता से कोई खिलबाड़ नहीं होने देगा। साथ ही यह भी चेतावनी दी कि कोई भी निजी प्रकाशक अपनी किताब पर सीबीएसई का लोगो और उसके नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। ऐसा करते पाए गए तो बोर्ड उस प्रकाशक के साथ-साथ स्कूल प्रशासन पर भी सख्त एक्शन लेगा।