हर माँ बाप अपने बच्चों को पलकों पर बिठाकर रखते है। उनकी हर छोटी से बड़ी जरूरतों को पूरा करते है। इसीलिए तो कहते है कि माता- पिता भगवान का रूप होते है। लेकिन माता- पिता की छोटी सी गलती बच्चे के मानसिक संतुलन, उसकी खुशियां व उनके आने वाले जीवन पर बुरा असर डाल सकती है।
माता पिता का झगड़ा:अक्सर बच्चे अपने माता पिता को लड़ते देखते है। बच्चों की बढ़ती उम्र में उनके सामने ऐसा दृश्य न लाएं, हो सकता है आगे जाकर आपको इसका खामयाजा भुगतना पड़ जाए। ऐसा माना जाता है बच्चे बढ़ती उम्र में जो सीखते है, सुनते है वही आने वाले जीवन में फॉलो करते है।
बच्चों पर पड़ते है ये बुरे असर:
गुस्सैल हो जाना:
माता-पिता को जब भी बच्चे लड़ते देखते है तो वे पहले समझ नहीं पाते, लेकिन रोज रोज के झगड़ों की वजह से वे गुस्सैल जरूर हो जाते है। माता-पिता खुद अपने बच्चों की खुशियों पर ग्रहण लगा देते है।
भरोसा उठ जाना:
बच्चे जब माँ या पिता की गोद में होते है तो वे खुद से ज्यादा भरोसा माता- पिता पर करते हैं। लेकिन जब यही माता- पिता बच्चों को लड़ते दिखाई देते है तो उनका भरोसा टूट जाता है। आज यही वजह हैं की बच्चे माता- पिता से अलग होते जा रहे है।
समस्या को समझना:
बच्चे धीरे धीरे सब समझने लगते है। जिससे उनके दिमाग में माता- पिता के प्रति गलत भावना उत्पन्न होने लगती है।
डर में जीना:
बच्चों को माता- पिता का भय होना चाहिए, जिससे वे कभी जिंदगी में गलत काम न करने पाएं। लेकिन अक्सर छोटे बच्चे माता- पिता के लड़ाई झगड़ों की वजह से डर के जीने लगते है।