अबुधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयन का बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर दिल खोलकर स्वागत किया था, वहीं अरब अमीरात ने अगले ही भारत के लिए अपने खजाने खोल दिए हैं. यूएई ने भारत में 100 अरब डॉलर निवेश का फैसला किया है.
इसके साथ ही दोनों मुल्कों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी और डब्ल टैक्सेशन के क्षेत्र में भी करार किया गया है. क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, उर्जा, क्रूड ऑयल, आईटी और रेलवे समेत दूसरे अन्य क्षेत्रों में 16 समझौते होने की संभावना है. यूएई के पास 800 अरब डॉलर का सॉवरेन वेल्थ फंड है. यूएई न सिर्फ भारत का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेंडिंग पार्टनर है, बल्कि इस क्षेत्र के मुस्लिम देशों के लिए भारत का गेटवे भी है.
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने क्राउन प्रिंस के सम्मान में लंच का आयोजन किया. जबकि बुधवार को पीएम ने प्रोटोकॉल तोड़कर दिल्ली एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी की थी. नाहयन के आने के फौरन बाद प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात हुई थी, जिसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उनसे मिलीं.