‘तलवार’, ‘जज्बा’ और ‘पीकू’ जैसी फिल्मों से प्रशंसा हासिल करने वाले अभिनेता इरफान खान आगामी फिल्म ‘मदारी’ के प्रचार के लिए अपने होम टाउन जयपुर में हैं. ‘मदारी’ के प्रमोशनल इवेंट में ईद-उल-जुहा को लेकर इरफान खान ने विवादित बयान दिया है.
इरफान ने कहा, ‘कुर्बानी का मतलब अपनी कोई अजीज चीज कुर्बान करना होता है. ये नहीं कि बाजार से आप कोई दो बकरे खरीद लाए और उनको कुर्बान कर दिया. आपको उन बकरों से कोई लेना-देना नहीं है तो वो कुर्बानी कहां से हुई? इससे कौन-सी दुआ कुबूल होती है? हर आदमी अपने दिल से पूछे कि किसी और की जान लेने से उसको कैसे पुण्य मिल जाएगा.’
इरफान ने यह भी कहा कि हमारे जो भी त्योहार हैं, उनका मतलब हमें वापस से समझना चाहिए कि वो किसलिए बनाए गए हैं. मेरा सौभाग्य है कि मैं ऐसे देश में रह रहा हूं जहां हर धर्म का सम्मान होता है.’
इरफान ने मंत्रियों पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘जिस तरह मदारी डमरू बजाकर वादा करता था कि सांप और नेवले की लड़ाई दिखाएगा, लेकिन कभी दिखाता नहीं, ऐसे ही वादे मंत्री करते हैं, पर पूरा नहीं कर पाते.’
‘मदारी’ की कहानी इरफान के चरित्र के आसपास घूमती है, जो अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए गृह मंत्री के बेटे का अपहरण कर लेता है और जिमी शेरगिल के नेतृत्व में अधिकारी उसे पकड़ने की कोशिश करते हैं. निशिकांत कामत निर्देशित फिल्म ‘मदारी’ 15 जुलाई को रिलीज होगी.