सफलता की राह पर स्वप्निल तरीके से आगे बढ़ रहे भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करते हुए कहा है कि असफलताओं से डरना नहीं चाहिये.
विराट ने कहा पता नहीं क्यों, लोग यह मानते हैं कि जो कुछ मैं कर रहा हूं, उसके बारे में मुझे सब पता है कि मेरे फैसलों का क्या परिणाम होगा. हाल में मैदान में मिली सफलता से
लोगों का यह विास और दृढ़ भी हुआ है लेकिन सच्चाई यही है कि मैं कुछ नहीं जानता.
2016 में नौ टेस्ट जीत चुके विराट ने कहा, ‘मैं परंपरा के विपरीत कोई फैसला करता हूं तो मुझे भी पता नहीं होता कि यह सही होगा कि नहीं. मुझे पता नहीं होता कि मैं सफल होऊंगा कि नहीं लेकिन मुझे एक बात पता होती है कि सफलता के लिए मुझे जोखिम लेना ही पड़ेगा.’
स्टार बल्लेबाज ने कहा, ‘आस्ट्रेलिया के खिलाफ दो वर्ष पहले एडिलेड टेस्ट में हमने ड्रॉ की जगह जीतने की कोशिश की और हार गये. उस दिन हम इतिहास बदल सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मुझे उस कदम पर कोई पछतावा नहीं है और भविष्य में भी इस तरह की परिस्थितियां आने पर मैं दोबारा वहीं करूंगा.
मैं साहस के साथ आगे बढ़ने में विश्वास रखता हूं.’ विराट ने कहा, ‘मेरे और टीम के लिए यह वर्ष सफलता भरा रहा. नये वर्ष के लिए भी मेरा यही मूल मंत्र है, मैं वही करूंगा जो हमेशा करता आया हूं. उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने जीवन में साहसिक और हिम्मती बनना होगा.
उन्होंने कहा कि मुझे एक बात पता होती है, कदम चाहे कितना भी बोल्ड या डरावना लगे, लेकिन जब समय आता है, तो मुझे यह कदम उठाना पड़ता है. मुझे अपने डर को त्यागकर कदम उठाना पड़ता है.
नए साल के लिए मेरा मानना है कि मैं वही करूंगा, जो मैं हमेशा करता आया हूं. टेस्ट कप्तान ने कहा कि मैं अपने दिल की बात सुनूंगा, अपने फैसले करूंगा क्योंकि किसे पता कल हम कौन सी मंजिल, कौन से मुकाम पाएंगे ? पर एक बात जरूर है- अगर बोल्ड नहीं खेलेंगे, तो कभी ना जान पाएंगे.