आखिर राजीव कुमार क्या जानते हैं जिसे छिपाने के लिए ममता बनर्जी को खुद मैदान में उतरना पड़ा-रविशंकर प्रसाद

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पश्चिम बंगाल में शारदा चिट फंड घोटाले को लेकर सीबीआई के एक्शन को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का तानाशाही रवैया बताकर धरने पर बैठीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विपक्ष के तमाम दलों का समर्थन मिल रहा है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष के इस गठबंधन को भ्रष्ट लोगों का गठबंधन बताया है, जो यह बताने की कोशिश कर रहा है कि संघीय ढ़ांचा खत्म हो रहा है. उन्होंने पूछा कि क्या भ्रष्टाचार की जांच करना पाप है? आखिर राजीव कुमार क्या जानते हैं जिसे छिपाने के लिए मममता बनर्जी को खुद मैदान में उतरना पड़ा.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नारदा और शारदा घोटाला बीजेपी के सत्ता में आने से पहले का है. जिसकी सीबीआई जांच के लिए कांग्रेस और वाम दलों के नेता सुप्रीम कोर्ट गए थे. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए जिसमें षडयंत्र और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शामिल थी. प्रसाद ने याद दिलाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 8 मई 2014, को अपने ट्वीट में लिखा था कि 20 लाख लोगों का पैसा डूब गया, जिसकी भर्त्सना करते हैं.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस घोटाले में इससे पहले ममता सरकार में मंत्री मदन मित्रा, सांसद सुदीप बंदोपाध्याय समेत दो सांसद गिरफ्तार हुए थे. लेकिन तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी न तो धरने पर बैठीं और न कोई जवाब दिया. लेकिन पुलिस कमिश्नर में ऐसा क्या है, जो वो धरने पर बैठने को मजबूर हो गईं. ये राजदार बहुत कुछ जानता है और राजदार को बचाना जरूरी है. आखिर राजीव कुमार को ऐसा क्या पता है, ये देश को बताया जाए.

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 26 अप्रैल, 2013 को ममता सरकार ने शारदा मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया जिसके अध्यक्ष राजीव कुमार थे, जो आज कमिश्नर हैं. सीबीआई मे इस मामले में राजीव कुमार से पूछताछ के लिए कई बार समन भेजे, लेकिन वे नहीं आए. जब आईओ (जांच अधिकारी) से पूछताछ की बात आई तब भी मौका नहीं दिया गया. केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि जब तीन बार बुलाने पर राजीव कुमार नहीं आए तो (सीबीआई) बता के जाते, ताकि वो कहीं चले जाएं.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आशंका जाहिर की कि संभव है महत्वपूर्ण सबूतों को या तो नष्ट कर दिया गया है या इससे छेड़छाड़ किया गया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर लैंड नहीं होने देती. प्रधानमंत्री के रैली की जगह बदल देती हैं. बीजेपी इस तरह के हथकंडों से डरने वाली नहीं है. ममता बनर्जी बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई हैं. और गठबंधन के बीच अपने आपको नेता के रूप में स्थापित करना चाहती हैं.

आपको बता दें कि रविवार शाम सीबीआई की एक टीम शारदा चिट फंड घोटाला मामले में पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ के लिए कोलकाता पहुंची थी. लेकिन बड़े ही नाटकीय घटनाक्रम में कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के दफ्तर को घेर लिया और पूछताछ करने आए अधिकारियों को हिरासत में ले लिया. सीबीआई की इस कार्रवाई से नाराज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कमिश्नर के घर पहुंच गईं. जिसके बाद केंद्र सरकार पर विपक्षी दलों की सरकारों और नेताओं के खिलाफ सीबीआई के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए रविवार रात से ही धरने पर बैठ गईं.

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