नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी भारत के अगले राष्ट्रपति बन सकते हैं। उत्तर प्रदेश में असेंबली इलैक्शन में मिले भारी बहुमत के बाद अब भाजपा को पसंद का राष्ट्रपति मिलना तय है। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी का नाम सामने आया है। इस बारे में चुनाव नतीजे आने से पहले 8 मार्च को सोमनाथ में एक मीटिंग में चर्चा हुई थी, जिसमें नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत खुद अडवाणी भी मौजूद थे।
मोदी ने मीटिंग में यह संकेत दिया था कि उनकी तरफ से यह अडवाणी को गुरुदक्षिणा होगी। वहीं जानकारी के मुताबिक नतीजों के बाद अब अडवाणी का नाम फाइनल माना जा रहा है। यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले पीएम मोदी दो दिवसीय गुजरात दौरे पर थे। पीएम के दौरे के दौरान सोमनाथ में एक खास बैठक हुई थी जिसमें मोदी, शाह, आडवाणी के अलावा केशुभाई पटेल भी मौजूद थे। उसी बैठक को दौरान मोदी ने संकेत दे दिए थे कि यदि यूपी में चुनाव के नतीजे भाडपा के मनमुताबिक हुए तो वह अपने गुरु आडवाणी को राष्ट्रपति पद पर देखना चाहेंगे।
एक समाचार चैनल के अनुसार, गुजरात के सोमनाथ में हुई एक बैठक के दौरान मोदी ने आडवाणी के नाम का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी के लिए राष्ट्रपति का पद उनकी तरफ से गुरु दक्षिणा होगी। इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केशूभाई पटेल और लालकृष्ण आडवाणी उपस्थित थे।
उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा को मिली बड़ी जीत से पार्टी को उम्मीद है कि देश का अगला राष्ट्रपति उसकी ही पसंद का होगा। राष्ट्रपति चुनाव इस साल जुलाई में होगा।