एक खराब दिन आना ही था: कुंबले

0

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 105 रनों पर ढेर हो जाने के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने अपनी टीम का बचाव करते हुए कहा है कि एक दिन खराब आना ही था। उन्होंने कहा कि टीम हर दिन सफल हो ऐसा मुमकिन नहीं। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 260 रनों पर समटने के बाद भारतीय टीम पूरे दो सत्र भी बल्लेबाजी नहीं कर पाई और पविलियन लौट गई। उसे ढेर करने में ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज स्टीव ओकीफ के छह विकेटों ने अहम भूमिका निभाई।

दिन का खेल खत्म होने के बाद कुंबले ने कहा, ‘आपका एक दिन तो बुरा आता ही है। हमारे लिए यह निराशा की बात है कि हम अच्छी स्थिति में होने के बाद खराब खेल गए। लोकेश राहुल और अजिंक्य रहाणे जब बल्लेबाजी कर रहे थे तब हम अच्छी स्थिति में थे। लेकिन राहुल के आउट होने के बाद हमने पांच-छह गेंदों में चार विकेट खो दिए। कुछ विकेट बेहद आसानी से गिरे।’

कुंबले ने इसके लिए न ही विकेट को दोष दिया और न ही अपने बल्लेबाजों को। पूर्व कप्तान ने कहा, ‘पिच चुनौतीपूर्ण है इसलिए हमें संभल कर खेलना चाहिए था। अगर आप पिच पर टिके रहते हो तो रन कर सकते हो। हमें इसके साथ ताल-मेल बिठाना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘इस पिच पर आपको अपने शॉट खेलने होंगे। निचले क्रम ने हमारे लिए अच्छा किया है लेकिन आज ऐसा नहीं हो सका। इसके लिए आक्रामकता और सर्तकता दोनों की जरूरत थी।’

उन्होंने माना कि कैच छोड़ने से भी टीम को नुकसान हुआ है। स्मिथ को 23, 29 और 37 के व्यक्तिगत स्कोर पर तीन बार जीवनदान मिला। उन्होंने कहा, ‘हमने कुछ कैच छोड़े जिससे हमें नुकसान हुआ। आपको मिले हुए मौकों को भुनाना पड़ता है और कई बार आधे मौकों को भी अपने पक्ष में मोड़ना पड़ता है। हमने स्मिथ का कैच कई बार छोड़ा और इसका हमें नुकसान हुआ।’

Previous articleमुकेश अंबानी का नया दांव, Ola और Uber को टक्कर देने ‘Jio Cab’ की तैयारी!
Next articleउरी हमला: NIA नहीं जुटा पाई कोई सबूत, PAK लौटेंगे दोनों संदिग्ध

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here