पाकिस्तान की कंगाली का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. पाकिस्तान के पास तीन महीने के इंपोर्ट के डॉलर ही बचे हैं. 12 से 16 हफ्ते में पाकिस्तान के डिफॉल्टर होने के पूरे चांस हैं. पाकिस्तान के वो जनरल भी अब हाथ खड़े कर रहे हैं, जो जनरल कल तक दूसरों को तबाह करने, मुंहतोड़ जवाब देने और आंखें दिखाने वाली बातें करते थे.
कंगाली की कगार पर पहुंचकर पाकिस्तान बेचैन है, क्योंकि टेररिस्तान को डर ये है कि आने वाले दिनों में उसका दिवाला निकलने वाला है. खुद पाकिस्तान के जनरलों ने हाथ खड़े कर दिए. पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने कराची में कहा कि पाकिस्तान के कर्ज़े आसमान को छू रहे हैं , सिर्फ़ सैन्य ताकत के बल पर कोई देश नहीं चलता.
यही खौफ पाकिस्तान के दुसरे जनरलों को भी है क्योंकि जो देश कटोरा लेकर दुनिया के सामने खड़ा है. वो दूसरों को आंखें दिखाने की बेशर्मी भी कैसे कर सकता है. यही वजह है कि पाकिस्तान वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ और अमेरिका के सामने गिड़गिड़ा रहा है.