अक्सर लोग कबुतर को दाना डालते समय बहुत ही गलतिया करते है जिससे उनका ये काम पुण्य की जगह पाप की जगह ले लेता है। परिंदें बहुत ही चंचल और मासूम होते है लेकिन कबूतर चंचल कम और मासूम ज्यादा होता है। कबूतर को दाना डालना एक पुण्य का काम है। लेकिन इसमें कुछ सावधानी रखनी चाहिए।
छत पर दाना बिल्कुल भी न डालें ज्योतिष के अनुसार कबूतर तो है बुध और छत है राहू अब ऐसे में लोग जब अपनी छत पर दाना डालते है। तो कबूतर छत पर दाना खाने के लिए आते है। इसके द्वारा बुध और राहू का मेल हो जाता है ।
लेकिन परेशानी की बात तब शुरू होती है जब वहाँ कबूतर आते है तो छत को गन्दी भी तो कर देते है और छत का मतलब राहू है अगर राहू खराब हो जाएगा तो उसका रिजल्ट बुरा ही मिलेगा ।