कर्नाटक के विजयपुरा में मंगलवार को रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य की जनता ने सिद्धारमैया सरकार और कांग्रेस पार्टी को पांच साल के लिए कड़ी से कड़ी सजा देने का मन बना लिया है. मोदी ने कहा कि कांग्रेस नेता अभी से अपने घरों में बैठ गए और उनके शीर्ष नेता हार के बहानों पर मंथन कर रहे हैं कि 15 तारीख के बाद हार के लिए कौन से कारण गिनाने हैं.
मोदी ने कहा कि मैं धरती पर हूं जोकि भगवान बसवेश्वरा से जुड़ी रही है. उनका संदेश सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का था, लेकिन कांग्रेस की सरकार उनके सिद्धांतों पर नहीं चल रही है. उन्हें बस अपने वोटों की चिंता है.
मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बसवन्ना के विचारों के खिलाफ काम कर रही है. इस सरकार की नीति बांटो और राज करो की है, लेकिन कर्नाटक की जनता से उसे ऐसा नहीं करने देगी.
इसके अलावा प्रधानमंत्री कोपाला और बेंगलुरु में भी उनका चुनावी कार्यक्रम है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से मोदी को 100 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजने के बाद ये प्रधानमंत्री की पहली रैली होगी. देखना दिलचस्प होगा कि प्रधानमंत्री मोदी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं.
इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश में पर्याप्त रोजगार सृजन नहीं कर पाई है. मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के साथ ही वैयक्तिक क्षेत्र पर भी ध्यान दे रही है.
मोदी ने रोजगार सृजन को लेकर कांग्रेस के आरोपों को साजिश करार देते हुए कहा कि विपक्षी दल बीजेपी सरकार पर आरोप लगा रहा है, क्योंकि वह अपने 10 साल के शासन में कुछ नहीं कर सका.
उन्होंने कहा, “कांग्रेस के पास अपनी उपलब्धियां गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने 60 सालों तक देश पर शासन किया और रोजगार के लिए क्या किया. अगर रोजगार है तो यह हमारी सरकार के चार सालों के कारण है. इसलिए यह हम पर आरोप लगाकर लगातार झूठ फैला रहे हैं.” मोदी ने कहा कि कांग्रेस झूठ फैला रही है और अपनी असफलताओं को राजग सरकार पर डालने के लिए षड्यंत्र रच रही है.
मोदी ने देश में रोजगार सृजन को ‘सबसे बड़ी समस्या’ करार देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2014 में हर साल दो करोड़ रोजगारों के सृजन के वादे को पूरा नहीं करने पर केंद्र सरकार को निशाना बनाते रहे हैं.
देश भर में राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि कुछ राज्यों में ऐसी हिंसा बढ़ रही है. कर्नाटक में भी हमने देखा है कि हमारे कार्यकर्ताओं की कितनी क्रूरता से हत्या हुई है. यह निंदनीय है.”
उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में किसी भी राजनीतिक दल या विचारधारा द्वारा किसी भी रूप में हिंसा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और मैं कर्नाटक में बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे राजनीतिक हिंसा में अपने कई कार्यकर्ताओं को खोने के बावजूद बदला लेने का काम नहीं करें.”
मोदी ने कांग्रेस पर ईवीएम और आधार पहल का विरोध करने का आरोप लगाते हुए कहा, “कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में भारत पीछे नहीं रह सकता है. प्रौद्योगिकी के माध्यम से हम कौशल विकास को बढ़ावा दे रहे हैं.”
देश के जनसांख्यिकीय लाभांश को मजबूत करने के एक सवाल पर मोदी मे कहा कि सरकार का ध्यान शिक्षा की गुणवत्ता और अवसरों की मात्रा पर था. अटल नवाचार मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “सरकार उच्च शिक्षा सुविधाओं में वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है.”