जोक्स और शायरी कुछ उम्र की पहली मंजिल थी By Editor - August 16, 2018 0 कुछ उम्र की पहली मंजिल थी, कुछ रस्ते थे अनजान बहुत, कुछ हम भी पागल थे लेकिन, कुछ वो भी था नादान बहुत, कुछ उसने भी न समझाया, ये प्यार नहीं आसान बहुत, आखिर हमने भी खेल लिया, जिस खेल में था नुकसान बहुत ।