दिल्ली विधानसभा में देश के पूर्व प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पास किया गया है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस प्रस्ताव में कहा है कि राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिए. 2019 लोकसभा चुनाव के तहत केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बन रहे महागठबंधन में सहयोगी के तौर पर देखे जाने वाली आम आदमी पार्टी ने इस प्रस्ताव के साथ ही कांग्रेस के साथ दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है.
केजरीवाल सरकार द्वारा पास किए गए इस प्रस्ताव पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है. दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि राजीव गांधी ने देश के लिए अपना जीवन कुर्बान किया है. लेकिन इस प्रस्ताव से आम आदमी पार्टी का असली रंग खुलकर सामने आ गया है. माकन ने कहा कि हम हमेशा से यह बात कहते रहे हैं कि आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बी टीम है.
माना जा रहा है कि केजरीवाल ने सिख समुदाय के वोट बैंक को अपने पाले में करने के लिए यह कदम उठाया है. बता दें कि हाल ही में 1984 के सिख विरोधी दंगे के एक मामले में कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी और 31 दिसंबर तक सरेंडर करने को कहा था. कोर्ट के इस फैसले के बाद सिख समुदाय ने एक सुर में कांग्रेस पार्टी की आलोचना की थी.