क्या यह सिंह बनेगा कनाडा का अगला किंग (PM) !

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कनाडा में सिख जगमीत सिंह को न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) का नेता चुन लिया गया है. वहां की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी का नेतृत्व करने वाले वह पहले अश्वेत राजनेता बन गए हैं. ओंटारियो प्रांत के सांसद जगमीत सिंह को साल 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी के खिलाफ दल का नेतृत्व करने के लिए पार्टी का नेता चुना गया है. जगजीत सिंह ने 53.6 प्रतिशत वोट हासिल किए.

वह साल 2013 में सांसद बने थे. अपने पद से इस्तीफा देकर मई 2017 में एनडीपी के अध्यक्ष पद के लिए वह मैदान में उतरे थे. उन्होंने इस मुकाबले में सांसद चार्ली एंगस, निकी एश्टन और गाई कैरन को हराया. जीत के बाद उन्होंने कहा कि वह जलवायु परिवर्तन, जातीय लोगों के साथ सुलह और चुनाव सुधार मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे.

रंगीन पगड़ियों के शौकीन जगमीत सिंह, इस देश के एक प्रमुख संघीय राजनीतिक दल का नेतृत्व करने वाले, अल्पसंख्यक समुदाय के पहले सदस्य हैं. साल 1979 में ओंटारियो के स्कारबोरो में जन्मे सिंह के माता-पिता पंजाब से यहां आए थे. साल 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के खिलाफ कनाडा में आवाज उठाई थी. साल 2013 में वह बरनाला के पैतृक गांव ठीकरीवाला आना चाहते थे. लेकिन यूपीए सरकार ने उन्हें वीजा नहीं दिया था. इसके बाद उन्होंने कहा था, क्या मैंने सिखों पर हुए अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई, इसलिए वीजा नहीं दिया गया?.

पार्टी को फिर से खड़ा करने की चुनौती
जगजीत सिंह के सामने उस पार्टी को फिर से खड़ा करने की गंभीर चुनौती है, जो साल 2015 के चुनाव में 59 सीटों पर हार गई थी. वहां साल 2015 में रिकॉर्ड 20 भारतीय मूल के लोग सांसद बने थे. इनमें 18 पंजाबी मूल के थे.

‘यह पार्टी कभी भी सत्ता में नहीं आई’
सिंह ने कहा, इस अभियान से हमारी पार्टी में नए उत्साह का संचार हुआ है. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) वर्तमान में कुल 338 में से 44 सीटों के साथ कनाडा की संसद में तीसरे स्थान पर है. यह पार्टी कभी भी सत्ता में नहीं आई है.

‘राजनीति में आने से पहले वकील थे सिंह’
उन्होंने 2001 में यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ओंटारियो से जीवविज्ञान में स्नातक किया और 2005 में यॉर्क यूनिवर्सिटी के ओस्गुड हॉल लॉ स्कूल से कानून की डिग्री भी हासिल किया है. राजनीति में आने से पहले वह ग्रेटर टोरंटो में वकील के तौर पर काम करते थे. कनाडा की जनसंख्या में सिखों की हिस्सेदारी लगभग 1.4 प्रतिशत है. देश के रक्षा मंत्री भी इसी समुदाय से आते हैं.

पगड़ी बांधना सिखा चुके हैं
वह एक समय यूट्यूब पर लोगों को पगड़ी बांधना सिखा चुके हैं. इस दौरान उन्होंने कहा था कि पगड़ी सिख समुदाय के पहचान के लिए बहुत जरूरी है.

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