जोक्स और शायरी गुजरे हुए लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ By Editor - May 8, 2019 0 गुजरे हुए लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ, प्यास गहरी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ, यहाँ सब लोग गिनाते है खूबियां अपनी, मैं अपने-आप में कमियाँ तलाश करता हूँ।