इस्लामाबादः खूखार आतंकवादी हाफिज सईद के संगठनों जमात-उद-दावा (JuD) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई अमरीका के दबाव में नहीं की गई है, इस पर फैसला पाकिस्तानी सरकार ने गंभीर चर्चा के बाद लिया गया है।
उन्होंने बताया कि पाक सरकार ने इनपर कार्रवाई इसलिए की ताकि स्कूलों में हमारे बच्चे सुरक्षित रहें। पाकिस्तान ने सईद के संगठनों जेयूडी और एफआईएफ के चंदा लेने से सोमवार से ही रोक लगा दी है। अमरीका पिछले कुछ समय से पाकिस्तान पर आतंक के खिलाफ कठोर कार्रवाई न करने का आरोप लगा रहा था। इसके बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद भी रोक दी है।
ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि उसने अमरीका को झूठ और छलावे के सिवा और कुछ नहीं दिया है। ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है। इसके बाद ही पाक सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद प्रतिबंधों की सूची के मुताबिक हाफिज के जेयूडी, एफआईएफ और अन्य संगठनों के चंदा जमा करने पर रोक लगाई थी।
Media रिपोर्ट के मुताबिक सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन ऑफ पाकिस्तान (SECP) ने इस सिलसिले में एक अधिसूचना जारी की थी। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई ऑपरेशन रादुल फसाद के तहत की गई। पिछले साल फरवरी में पाकिस्तान सेना ने इसे शुरू किया था. इसका उद्देश्य छिपे हुए आतंकी स्लीपर सेलों का स्थानीय कानूनी एजेंसियों की मदद से से देश से सफाया करना है।