भोपाल। अमूमन किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर ध्यान जाने के बाद भी उसकी पुलिस में शिकायत करने से लोग घबराते है, लेकिन अब किसी भी तरह की गतिविधि की जानकारी पुलिस को बेखौफ होकर दी जा सकेगी। दरअसल मप्र पुलिस के ऐप एमपी कॉप में पुलिस को किसी भी तरह की सूचना देने का विकल्प जोड़ा गया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सूचना देने वाली की पहचान भी सुरक्षित रखी जाएगी।
इस एप को गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकता है। आईओएस ऐप्लीकेशन में भी यह ऐप उपलब्ध है। इसके अलावा चोरी गए वाहन, जिन्हें पुलिस ने रिकवर किया है उनकी जानकारी के साथ-साथ दस्तावेज खोने जैसी स्थिति में भी घर बैठे ही पुलिस में शिकायत दर्ज हो सकेगी।
इसलिए जोड़ा गया ऑप्शन
पिछले कुछ समय से जिस तरह आतंक के निशाने पर मप्र भी आ चुका है उसे देखते हुए पुलिस हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखना चाहती है। आम लोगों में यह भय रहता है कि थाने जाकर शिकायत करने या जानकारी देने में उनका नाम सामने आ जाता है। ऐसे में विरोधी पक्ष द्वारा बाद में उलझने व धमकाने का डर भी बना रहता है। जानकारी होने के बाद भी लोग चुप रहते है।
एसओएस की सुविधा भी
ऐप में आपातकालीन मदद (एसओएस) का फीचर भी दिया गया है, लेकिन इसका प्रयोग करने से पहले आपको लॉग इन करना होगा। साथ ही अपने परिजनों का नंबर एड करना होगा। किसी भी आपातस्थिति में जहां आपको मदद की जरूरत हो सिर्फ बटन दबाने भर से पुलिस सहित परिचितों के पास आपका संदेश पहुंच जाएगा और उन्हें आपकी लोकेशन भी पता रहेगी।