नदी में डूबते हुए आदमी ने पुल पर चलते हुए आदमी को आवाज लगाई।
आदमी: “बचाओ-बचाओ।”
पुल पर चलते आदमी ने नीचे देखा और उस आदमी को बचाने के लिए पुल से नीचे रस्सी फैंकी और कहा, “रस्सी को पकड़कर ऊपर आ जाओ।”
परंतु नदी में डूबता हुआ आदमी रस्सी नहीं पकड़ पा रहा था तो वह डर के मारे चिल्ला कर बोला, “मैं मरना नहीं चाहता, जिंदगी बड़ी कीमती है कल ही तो मेरी टार्जन कंपनी में बड़ी अच्छी नौकरी
लगी है।”
इतना सुनते ही पुल पर चलते आदमी ने अपनी रस्सी खींच ली और भागते-भागते टार्जन कंपनी के दफ्तर में गया वहां के मैनेजर से बोला,” जिस आदमी को आपने कल नौकरी दी थी वो अभी-अभी
डूबकर मर गया है, और इस तरह आपकी कंपनी में एक जगह खाली हो गयी है, मैं बेरोजगार हूँ इसीलिए मुझे रख लीजिए।”
मैनेजर: “दोस्त, तुमने देर कर दी, अब से कुछ देर पहले हमने उस आदमी को रखा है, जो उसे धक्का दे कर तुमसे पहले यहाँ आया है।”