भाग्य के भरोसे ना बेठे परिश्रम करें – संत श्री सोमगिरी महाराज

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मन्दसौर– ईपत्रकार.कॉम |आदिशंकराचार्य की प्रतिमा हेतु धातु संग्रहण तथा जनजागरण अभियान के लिए प्रारम्भ की गई एकात्म यात्रा का 14 जनवरी को मंदसौर के भानपुरा शहर में देर शाम 8 बजे प्रवेश किया। भानपुरा के सीमावर्ती गांवों में दोपहर के समय पहुंची यात्रा का ग्रामीण जनों द्वारा भव्य स्वागत किया गया, ढोल-ढमाकों से अगवानी की गई यात्रा पर पुष्पवर्षा की गई। ग्रामीण पीले साफे में केसरिया भगवा झण्डे लिए हुए स्वागत हेतु उपस्थित थे, आदिशंकराचार्य एकात्म यात्रा के साथ चलने वाले वाहनों पर संतजन कार्यकर्ता भी मौजूद थे। इनमें संतजन श्री संवित सोमगिरीजी महाराज बीकानेर, स्वामी भुमानंद सरस्वतीजी, स्वामी नर्मदानंदजी ओंकारेश्वर आदि शामिल है।यात्रा मार्ग में कतार-बद्ध खड़े बच्चों द्वारा यात्रा पर पुष्पवर्षा की गई, स्थान-स्थान पर स्वागत मंच बनाए गए थे जहां से ग्रामीणों द्वारा यात्रा पर पुष्पवर्षा की जा रही थी। एकात्म यात्रा के दौरान साथ चल रहे वाहन रथ पर आदिशंकराचार्य का व्रहत्ताकार चित्र तथा देश के प्रमुख तीर्थों के चित्र दर्शाये गए हैं। आदिशंकराचार्य के प्रतीक भी वाहन रथ पर रखे गये हैं। ग्रामीणों द्वारा उल्लास के साथ जयकारे लगाते हुए गांवों में यात्रा की अगवानी की गई।

इस धर्म सभा में एकात्म यात्रा के नेतृत्वकर्ता संत स्वामी संवित सोम गिरी जी महाराज बीकानेर, स्वामी भूमानंद सरस्वती जी महाराज, मंदसौर संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री सुधीर गुप्ता,मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष एवं यात्रा के राज्यस्तर के सह समन्वयक श्री नारायण व्यास उपाध्यक्ष गो संवर्धन बोर्ड, विधायक श्री चंदरसिंह सिसोदिया, जिला पार्टी अध्यक्ष श्री देवीलाल धाकड, यात्रा के जिला संयोजक श्री मदनलाल जी राठौर, अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक मंदसौर, जनपद परिषद अध्यक्ष, जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक श्री वरुण आचार्य, एसडीएम भानपुरा सहित जिलाधिकारी एवं बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

स्वामी संवित सोमगिरीजी महाराज जनसंवाद कार्यक्रम
संत श्री सोमगिरी जी महाराज ने भानपुरा में हुए जनसंवाद के माध्यम से लोगों को कहा कि हमें भाग्य के भरोसे नहीं बैठना चाहिए बल्कि परिश्रम करना चाहिए। हम कहते हैं ईश्वर की शरण में चले जाएंगे, लेकिन ईश्वर किसी के लिए भी फ्री नहीं बैठा है। भाग्य से अधिक और समय पहले कभी किसी को कुछ नहीं मिलता कहावत के बारे कहा कि यह कहावत बहुत ही गलत है। हमे मेहनत एवं परिश्रम करना चाहिए भाग्य कुछ नहीं होता व्यक्ति चाहे तो अपने भाग्य से अपने आप को क्या से क्या बना सकता है। हम सबको नारी का सम्मान करना चाहिए आज के समय में नारी के बारे में उन्होंने बताते हुए कहा कि कन्या जन्म पर उसकी हत्या एवं जन्म से पूर्व ही उसकी भ्रुण हत्या कर दी जाती है। इस तरह की कई प्रकार की समस्याएं समाज के सामने आती हे जब कि हमें इन सब को छोड़कर बच्ची के जन्म पर खुशी मनाना चाहिए। नारी का सम्मान करेंगे तभी घर में लक्ष्मी आती है। जनसंवाद में सांसद श्री सुधीर गुप्ता द्वारा सभी को संकल्प दिलाया गया कि में संकल्प लेता हू/लेती हू कि जीव, जगत एवं भगवान के मूलभूत एकात्म भाव को आत्मसात कर स्वयं को उन्नत करूंगा और इस एकात्मता के जरिये एक बेहतर समाज, राष्ट्र एवं विश्व को निर्मित करने में अपना योगदान दूंगा।

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