नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने देश के आर्थिक विकास में उद्योगों की भूमिका अहम बताते हुए आज सुझाव दिया कि रक्षा, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए उद्योग संगठनों के नेतृत्व में एक कंसोर्टियम का गठन किया जाना चाहिए। शाह ने यहां उद्योग संगठन फिक्की के एक कार्यक्रम में कहा कि फिक्की और अन्य उद्योग संगठनों को पारंपरिक तरीके से काम करने की बजाय अब अनुसंधान एवं विकास पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा भारत के आर्थिक एवं औद्योगिक विकास में फिक्की का महत्वपूर्ण योगदान है। उसे अपनी भूमिका के बारे में फिर से सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि फिक्की और दूसरे उद्योग संगठनों को आरएंडडी की दिशा में पहल करनी चाहिए। रक्षा, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए एक कंसोर्टियम बनाया जाना चाहिये। उन्होंने सवाल किया हम एक मोबाइल फोन पूरी तरह भारत में क्यों नहीं बना सकते, सौर पैनलों के चिप क्यों नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि इन चीजों के आयात पर देश की काफी विदेशी मुद्रा खर्च हो जाती है।
भाजपा अध्यक्ष ने कार्यक्रम में मौजूद कंपनियों के वरिष्ठ प्रबंधकों को संबोधित करते हुये कहा कि निजी क्षेत्र के बिना किसी भी देश का तीव्र विकास संभव नहीं है। उन्होंने फिक्की से पिछले 10 साल में तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्थाओं का अध्ययन कराने की अपील की ताकि यह पता चल सके कि इसमें वहां के उद्योगों का कितना योगदान रहा है। उल्लेखनीय है कि इंफ्रास्ट्रक्चर समेत अन्य क्षेत्रों में देश में निजी निवेश अभी भी कमजोर बना हुआ है।
शाह ने कहा कि भारतीय कंपनियां आज इस काबिल हो गई हैं कि वे अफ्रीकी तथा अन्य छोटे देशों में निवेश कर सकें। उन्हें देश के सवा सौ करोड़ उपभोक्ताओं के दायरे से बाहर निकलकर उन देशों में पूंजी लगानी चाहिए और अपने कारोबार का विस्तार करना चाहिए।