मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के 28 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

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मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को अपने कैबिनेट का विस्तार किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई.

मंत्रियों में दो महिलाएं, एक मुस्लिम और एक निर्दलीय शामिल हैं. प्रदेश में पिछले 15 साल बाद मुस्लिम समुदाय को आरिफ अकील के रूप में कैबिनेट में जगह मिली है. जिन दो महिला विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया गया है, वे विजयलक्ष्मी साधौ (महेश्वर विधानसभा सीट) और इमरती देवी (डबरा विधानसभा सीट) हैं. वहीं, कमलनाथ ने वारासिवनी के निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भी अपनी कैबिनेट में जगह दी है. कांग्रेस का टिकट न मिलने पर उन्होंने बागी बन कर चुनाव लड़ा था. जायसवाल को छोड़कर कैबिनेट में शामिल सभी विधायक कांग्रेसी हैं.

भोपाल में राजभवन में मंगलवार को विधायक विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, डॉ. गोविंद सिंह, बाला बच्चन, आरिफ अकील, बृजेंद्र सिंह राठौर, प्रदीप जायसवाल, लाखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, ओमकार सिंह मरकाम, डॉ. प्रभु राम चौधरी, प्रियव्रत सिंह और सुखदेव पानसे ने मंत्री पद की शपथ ली.

इनके अलावा, उमंग सिंघार, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, महेंद्र सिंह सिसोदिया, पीसी शर्मा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, सचिन यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल और तरुण भनोत ने भी मंत्री पद की शपथ ली. सभी विधायकों ने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली और सभी कैबिनेट मंत्री हैं.

मंत्री बने जयवर्धन सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे हैं और वे मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए राघौगढ़ सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. कमलनाथ ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 6 दिन बाद 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ अकेले ली थी.

मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था और 11 दिसंबर को आए चुनाव रिजल्ट में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं. उसने बीएसपी के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है. उसे फिलहाल कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं, बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं.

मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई अन्य सीनिक नेता मौजूद थे. मध्यप्रदेश विधानसभा का पांच दिन का सत्र 7 जनवरी से शुरू होगा.

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