मेट गाला 2019:आखिर क्या होता है मेट गाला?, एंट्री भर के लिए देने होते हैं 20 लाख रुपये

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प्रियंका चोपड़ा, दीपिका पादुकोण, ईशा अंबानी, नताशा पूनावाला के कारण मेट गाला काफी सु्र्खियों में छाया हुआ है। यह साल का सबसे बड़ा फैशन इवेंट माना जाता है। जो न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में होता है। जिसमें म्यूजिक इंडस्ट्री, फैशन और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की मशहूर हस्त‍ियां शिरकत करने पहुंचती है। हर साल मेट गाला का आयोजन किसी खास थीम पर किया जाता है। इस बार इवेंट का थीम Met Gala had the theme Camp: Notes on Fashion रखा गया था।

इस फैशन शो में हर कोई अजीबो-गरीब ड्रेस में नजर आता है। इस बार प्रियंका चोपड़ा अपने लुक के कारण काफी ट्रोल हो रही है। वहीं लेडी गागा इवेंट के दौरान 4 लुक में नजर आईं। जिसकी वीडियो और तस्वीरें काफी वायरल हो रही है। अब बात करते है मेट गाला में सेलेब्रिटी की तरह चुने जाते है। इसके साथ ही उन्हें कीतनी रकम चुकानी पड़ती है।

करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद मेट गाला में होती है एंट्री
Fortune की रिपोर्ट के मुताबिक मेट गाला इवेंट को अटेंड करने के लिए प्रति व्यक्त‍ि USD 30,000 ( तकरीबन 21 लाख रुपये ) खर्च करने होते हैं। अगर इस कीमत को प्रति टेबल के हिसाब से जोड़कर देखें तो ये USD 275,000 (तकरीबन दो करोड़ रुपये) तक पहुंचती है। इस खर्च में आपकी महज एंट्री भर होती है।

आखिर क्या होता है मेट गाला?
मेट गाला मेट्रोपोलेटिन म्यूजियम ऑफ आर्ट्स कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट के लिए फंड रेजिंग इवेंट हैं, जो हर साल न्यूयॉर्क में होता है। ये हाई प्रोफाइल इवेंट हर साल मई के पहले सोमवार को होता है। इसकी शुरुआत 1946 में हुई थी। इस गाला से जो फंड इकट्ठा होता है वो कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट के लिए इस्तेमाल होता है। इस गाला का हर साल एक नया थीम होता है, जिसके हिसाब से सेलेब्रिटीज ड्रेस चुनते हैं।

इस कारण होता है मेट गाला
इस फैशन इवेंट करना के पीछे एक मकसद है। ये किसी दिखावे के लिए नहीं बल्कि फंड के पैसे इकट्ठे करने के लिए मेट गाला होता है। इवेंट सालाना जलसे की तरह है जिसका मकसद फंड भी जुटाना है। इस पूरे इवेंट से मेट मैनेजमेंट ने 2017 में USD 12 million (करीब 83 करोड़ रुपये ) जुटाया था।

इस कारण म्यूजियम के अंदर तस्वीर खींचने की मनाही
मेट गाला में रेड कार्पेट लुक की तस्वीरें तो खूब आती हैं, लेकिन यहां अंदर के लिए नो-फोटो पॉलिसी होती है क्योंकि उस पार्टी में म्यूजियम का नया कलेक्शन दिखाया जाता है।

इस कारण पहनते है अजीबो गरीब कपड़े
मेट गाला देखकर अक्सर हम लोग यही सोचते हैं कि आखिर ये सेलेब्रिटीज ऐसे कपड़े क्यों पहनते हैं, तो इसकी भी एक बड़ी वजह है। मेट गाला में हर साल एक थीम के हिसाब से ही कपड़े पहने जाते हैं। मेट गाला में अलग कपड़े पहनने की एक बड़ी वजह ये भी होती है कि जो चीज हटकर होती है, उस पर लोगों की नजर पहले पड़ती है।

डिजाइनर भी उठाते है सेलेब्रिटी के खर्च का कुछ भाग
अब सवाल ये उठता है कि त्या करोड़ों खर्च करने के बाद सेलेब्रिटी के कॉस्टयूम का खर्च भी उन्हीं की जेब से जाता है। तो आपको बता दें कि इसका हाल कांस की तरह होती है। जिसमें बड़े ब्रांड्, सेलेब्स को कपड़े भेजते है। कई A लिस्ट सेलेब्स का मेट गाला का खर्च ऐसे ही डिजाइनर ब्रांड उठाते हैं।

ऐसे बनती है मेट गाला की गेस्ट लिस्ट
अब सबसे बड़ी बात है कि बॉलुवड के कुछ ही हस्तियां या फिर ईशा अंबानी ही क्यों जाती है। अन्य अभिनेत्रियों आखिर क्यों नहीं जाती है। तो इसके पीछे भी कहानी है। इस इवेंट में वहीं लोग आते है। जिन्हें इन्विटेशन मिला है। इस इवेंट में शिरकत करने के लिए किसी बड़ी अचीवमेंट की जरुरत नहीं होती है।

कॉन्डे नास्ट की आर्टिस्टिक डायरेक्टर और अमेरिकन वोग (मैग्जीन) की एडिटर मिस विनटूर सबसे पहले 1995 में चेयरवुमन बनी थीं। उसके बाद, 1999 में में वो लीडर बनी। तब से ही एक लोकल इवेंट को पावर सेलेब कॉकटेल बनाने की उनकी मेहनत रंग लाई है। पॉलिटिक्स, सिनेमा, फैशन, बिजनेस जगत के पावरफुल लोग इस इवेंट में हिस्सा लेते हैं। मिस विनटूर हर गेस्ट के लिए आखिरी इन्विटेशन देती हैं। इसका मतलब किसी ब्रांड ने एक टेबल बुक की तो भी वो गेस्ट लिस्ट अपने हिसाब से नहीं सिलेक्ट कर पाएगी।

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