म.प्र. के भविष्य निर्माण के लिए नई कार्य-संस्कृति, प्रशासनिक सुधार और सोच में परिवर्तन जरूरी-मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

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मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश के भविष्य निर्माण के लिए नई कार्य-संस्कृति विकसित करने, प्रशासनिक सुधार करने और सोच में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है । उन्होंने विकास के विभिन्न क्षेत्रों में नई ऊँचाइयाँ हासिल करने वाले मध्यप्रदेश के विशिष्ट व्यक्तियों से आग्रह किया कि वे मध्यप्रदेश का नवनिर्माण करने में सरकार के सलाहकार बनें।

मुख्यमंत्री आज यहाँ एक राष्ट्रीय पत्रिका द्वारा प्रकाशित ‘आइकन्स ऑफ मध्यप्रदेश’ कॉफी टेबल बुक का विमोचन कर रहे थे। इस बुक में ऐसी कई हस्तियों की उपलब्धियों और उनके व्यक्तित्वों को शामिल किया गया है जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र में शून्य से शिखर तक की यात्रा की और अब मध्यप्रदेश के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उपस्थित हस्तियों को सम्मानित किया। जनसंपर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा भी उपस्थित थे।

मध्यप्रदेश के भविष्य निर्माण के संबंध में अपने विचार रखते हुए श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश को नई सोच की जरूरत है। नई निवेश और नई कृषि क्रांति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुनिया में हर क्षेत्र में परिवर्तन हो रहा है । चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो या प्रौद्योगिकी का। कृषि का क्षेत्र हो या उद्योग का। परिवर्तनों के साथ चलते हुए अपनी सोच में भी परिवर्तन लाना होगा अन्यथा पीछे छूट जायेंगे। उन्होंने कहा कि जो संस्थान परिवर्तन के साथ नहीं चले वे या तो पीछे छूट गये हैं या समाप्त हो गये हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में आए परिवर्तनों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या सीखना है, इससे ज्यादा ध्यान अब हमें सीखने के तरीकों पर लगाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उद्योग क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी निवेश की आवश्यकता है। निवेश की मांग नहीं की जा सकती। इसे सिर्फ प्रयासपूर्वक आकर्षित किया जा सकता है। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में मध्यप्रदेश का नाम रोशन करने वाली और महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल करने वाली हस्तियों का आभार जताते हुए आग्रह किया कि मध्य्रप्रदेश को आगे बढ़ाने में भी सरकार के साथ चलें।

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