राजस्व अधिकारी डिमांड और वसूली का लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें – डॉ. खाडे

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भोपाल – ईपत्रकार.कॉम |अविवादित, विवादित, नामांतरण, बंटवारा, बंटाकन, सीमांकन, ई.टी.एस.मशीन, पटवारी बस्तों की जांच, डायवर्सन, नजूल और वसूली, आवासीय पट्टों के लिए सर्वे, क्राप कटिंग प्रयोग, फसल बीमा योजना, रिकार्ड अपडेशन आदि किस प्रकार से व्यवस्थित ढंग से किये जायें इस संबंध में आज कलेक्टर डॉ. सुदाम खाडे की मौजूदगी में एक दिवसीय प्रशिक्षण राजस्व अधिकारियों को आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में दिया गया। तहसीलदार श्री भुवन गुप्ता, श्री विनोद सोनकिया और श्री संतोष मुद्गल द्वारा उपस्थित राजस्व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण में कलेक्टर डॉ. खाडे ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नामांकन, सीमांकन, डायवर्सन, बंटवारा आदि के लंबित प्रकरणों को त्वरित गति से निराकरण करायें। उन्होंने लोक सेवा गारंटी अधिनियम, सी.एम.हेल्पलाईन आदि के लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए उनका समय सीमा में निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में पटवारी का नाम और मोबाइल नंबर ग्राम पंचायत की दीवार पर अंकित होना अनिवार्य है यह सुनिश्चत किया जाये। सीमांकन के लिये पहले आयें पहले पाएं नियम का पालन होना चाहिए।

कलेक्टर डॉ. खाडे ने पटवारी और राजस्व निरीक्षको से कहा कि वह आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें। सीमांकन, डायवर्सन के लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए कहा कि बिना परमीशन के डायवर्सन नहीं होना चाहिए। प्रतिदिन की वसूली का लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें।डॉ. खाडे ने सभी अधिकारियों से कहा कि संवेदनशीलता के साथ कार्य करें और लक्ष्य निर्धारित करते हुए वसूली करें।

प्रशिक्षण पश्चात डॉ. खाडे ने सभी एसडीएम, राजस्व निरीक्षक व तहसीलदारों से बैरागढ़, बैरसिया, टी.टी.नगर, हुजूर, भोपाल शहर से नामांतरण, डायवर्सन, सीमांकन, बंटवारा आदि के लंबित प्रकरणों में राजस्व वसूली बढ़ाने के लिये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अभिलेख तथा पंजियों को अपडेट रखें और राजस्व न्यायालयों का निरीक्षण सभी एसडीएम लगातार करते रहें। अधिकार ऋण पुस्तिकाओं के वितरण की जानकारी लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

सभी एसडीएम से क्षेत्रवार डिमांड और वसूली की जानकारी लेते हुए कलेक्टर डॉ. खाडे ने कहा कि डिमांड को गंभीरता से लेते हुए वसूली का लक्ष्य निर्धारित करें। प्रत्येक क्षेत्र में खसरों की संख्या, कामर्शियल कितने हैं, जोन कितने है, सभी की पूर्ण गणना करते हुए कार्य को अंजाम दें। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जी.पी.माली, श्रीमती दिशा प्रणय नागवंशी, श्री मोहित बुंदस, सहित सभी राजस्व अधिकारी मौजूद थे।

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