राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद केरल में एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए केरल दौरे पर जब पहुचें | वहा उन्हें सेना ने सलामी दी तब वहां राष्ट्रगान बज रहा था और इस दौरान राष्ट्रपति हल्की बारिश में बिना छतरी के खड़े रहे। जब वहां एक अधिकारी ने उन्हें छाता देना चाहा तो उन्होंने छाता नहीं लिया और बारिश में ही सलामी लेने के खड़े रहे।
राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद पहली बार केरल आए थे। कोविंद ने वल्लीक्कावू के पास स्थित माता अमृतानंदमयी मठ मुख्यालय में मठ की 100 करोड़ रुपए की पहलों की शुरुआत करते हुए विभिन्न धर्मों को समायोजित करने में केरल की सदियों पुरानी विरासत की भी प्रशंसा की।