पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों को सतर्क रहने का आह्वान किया है. ममता ने साथ ही कहा है कि राज्य में सौहार्द को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए लोगों को सजग रहना चाहिए. पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में ममता ने कहा, “लोग अपने आसपड़ोस को लेकर सतर्क रहें. बारीकी से नजर रखें कि कोई आपके क्षेत्र में साम्प्रदायिक दंगा कराने की कोशिश ना करे.’
हालिया महीनों में राज्य में साम्प्रदायिक घटनाओं में तेजी से बढोतरी हुई है. मालदा के कालियाचक, उत्तरी 24 परगना के नैहाती, पश्चिमी मिदनापोर के खड़गपुर और चंद्राकोना जैसे राज्य के कई क्षेत्रों से हिंसा की खबरें आईं. हाल के समय में देखा गया है कि दुर्गा विसर्जन के दिनों में इस तरह की घटनाएं बढ़ जाती हैं.
इस हफ्ते के शुरू में हावड़ा के तेहाट्टा में एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल में अल्पसंख्यक समुदाय की ओर से सरस्वती पूजा का विरोध किए जाने से क्षेत्र में तनाव हो गया. तेहाट्टा हाईस्कूल के प्रबंधन की ओर से दावा किया गया कि मुस्लिम कट्टरपंथियों की ओर से स्कूल परिसर में ‘नबी दिवस’ का आयोजन करने के लिए दबावा डाला जा रहा था.
बीते साल दिसंबर में हावड़ा के धुलागढ़ में ‘ईद-मिलाद-उन-नबी’ के जुलूस को लेकर तनाव हुआ था. पिछले हफ्ते अज्ञात शरारती तत्वों ने मेटियाबुरुज इलाके में स्थित एक मंदिर में कथित तौर पर मांस फेंक कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी. इस घटना के बाद कोलकाता पोर्ट इलाके में तनाव हो गया था.
ममता बनर्जी ने इस तरह की घटनाओं के लिए निहित स्वार्थों की अफवाहबाजी को जिम्मेदार ठहराया. ममता ने कहा, ‘कुछ लोग हिंसा भड़काने के इरादे से अफवाहें फैलाते हैं. ऐसी अफवाहों और उकसाने वाली बातों के जाल में ना फंसे. शांति और सौहार्द के साथ रहें. जिन लोगों के पास कोई काम नहीं है वही दंगे फैलाते हैं.’