सैलरी मिलने पर भी कैश की किल्लत, इस्तेमाल करें प्रीपेड कार्ड

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नोट बंदी के बाद कैश की किल्लात और शुरू हो चुके सैलरी सप्ताह को देखते हुए बैंकों की सलाह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग प्रीपेड कैश कार्ड का इस्तेमाल कर कतार से बच सकते हैं. देश में 8 अक्टूबर से शुरू हुई नोटबंदी के बाद ऑटो चालक से लेकर छोटे-मोटे दुकानदार तक पेटीएम और उसके तमाम विकल्पों का सहारा ले रहे हैं. ऐसे में कंपनियों द्वारा जारी किया जाने वाला प्रीपेड कार्ड सबसे बेहतर विकल्प है जहां आप अपनी जरूरतों के लिए कैश की किल्लत से बच सकते हैं.

प्रीपेड कार्ड और कैसे यह दूर कर सकता है कैश की किल्लत-

1. देश में शुरू हो चुके सैलरी सप्ताह में लंबी कतार से बचाने के लिए बैंकों ने देश की कई बड़ी कंपनियों को सलाह दी है कि वह अपने कर्मचारियों को दी जाने वाली सैलरी का कुछ हिस्सा प्रीपेड कार्ड के जरिए दें.

2. कुछ दिन पहले कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में कैश की किल्लत को देखते हुए एडवांस सैलरी का सिलसिला शुरू किया था. अब सरकार मान रही है कि इससे कैश की दिक्कत और गंभीर हो सकती है लिहाजा सरकारी संस्थानों में कैश देने पर पाबंदी लगा दी थी. अब सरकार की कोशिश कैश की जगह प्रीपेड कार्ड देने की है.

3. आरबीआई के मुताबिक दिसंबर के पहले सप्ताह में सैलरी बांटने के लिए बैंकों की जरूरत का महज 35-40 फीसदी कैश उन्हें मिल पा रहा है. ऐसी स्थिति में कैश के भरोसे बैठना महज परेशानी का सबब है. लिहाजा कंपनियों से सैलरी का एक हिस्सा प्रीपेड कार्ड के रूप में मिलने से इसका इस्तेमाल जरूरी घरेलू खरीदारी के लिए किया जा सकता है.

4. प्रीपेड कार्ड आपके पास पहले से मौजूद डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से अलग है. डेबिट और क्रेडिट कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़ा रहता है और इससे हुई सभी खरीदारी आपके बैंक स्टेटमेंट का हिस्सा रहता है. प्रीपेड कार्ड आपके बैंक खाते से नहीं जुड़ा होता है. इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको अपने डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से रीचार्ज करना होता है.

5. प्रीपेड कार्ड आप अपने सैलरी अकाउंट वाले बैंक से प्राप्त कर सकते हैं. इस कार्ड में आप अपनी आंशिक या पूरी सैलरी को भी ट्रांसफर करने का विकल्प चुन सकते हैं. किसी डेबिट कार्ड की तरह इस कार्ड का इस्तेमाल आप अपनी सभी खरीदारी अथवा एटीएम से पैसे निकालने के लिए कर सकते हैं.

6. आप अपनी कंपनी से भी इस कार्ड को प्राप्त कर सकते हैं. आपकी कंपनी सैलरी का कुछ हिस्सा पेरोल प्रीपेड कार्ड के जरिए दे सकती है. हालांकि कोई कंपनी आपको यह कार्ड लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकती है.

7. डेबिट कार्ड की तरह प्रीपेड कार्ड को भी इस्तेमाल करने में बैंक आपसे ट्रांजैक्शन चार्ज वसूलता है. आपके इस प्रीपेड कार्ड को आपके परिवार का कोई सदस्य अथवा जिस किसी को भी आप सुपुर्द करें इस्तेमाल कर सकता है.

8. यह कार्ड असुरक्षित इसलिए हो जाता है कि कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है. इस कार्ड के खो जाने का स्थिति में आपका नुकसान हो सकता है. लेकिन आप कार्ड गायब होने के तुरंत बाद इसकी सूचना अपने बैंक को दे देते हैं तो होने वाले नुकसान से बच सकते हैं. आमतौर पर यह कार्ड इंश्योर्ड रहता है.

9 इस कार्ड को सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए बैंकों से सलाह दी जाती है कि अब सिर्फ जरूरत भर का पैसा इसमें ट्रांसफर करें. ज्यादातर प्रीपेड कार्ड को महीने में कई बार आप अपने बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर रीचार्ज कर सकते हैं.

10. इस कार्ड को आप अपनी जरूरत के हिसाब से परिभाषित भी कर सकते हैं. इस फीचर के चलते कई सरकार इसका इस्तेमाल अपने कर्मचारियों को कुछ कार्य विशेष कराने के लिए करती हैं. वहीं कंपनियां भी अपने कर्मचारी को यह कार्ड देकर अपनी कई जरूरतों को पूरा करती है. जैसे कंपनी आपको होटल में रुकने, खाने, ट्रैवल और टैक्सी के लिए अलग-अलग कार्ड दे सकती हैं. इससे इन कार्डों से सिर्फ वही काम किया जा सकता है जिसके लिए इसे परिभाषित किया गया है.

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