मोदी कैबिनेट ने बुधवार को नेशनल हेल्थ पॉलिसी को अंतिम मंजूरी दे दी| मौजूदा ड्राफ्ट में पीएम मोदी के निर्देश पर कुछ बदलाव किए गए हैं| इस नीति के जरिए देश में सभी को निश्चित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का प्रस्ताव है| ये हेल्थ पॉलिसी पिछले दो साल से लंबित थी|
हालांकि सरकार का लक्ष्य देश की बड़ी आबादी को सरकारी अस्पताल के जरिए फ्री इलाज की सुविधा देना है. इस नेशनल हेल्थ पॉलिसी के तहत हर किसी को इलाज की सुविधा दी जाएगी| यानी पैसा न होने पर किसी मरीज का इलाज करने से मना नहीं किया जा सकेगा| सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और जांच की सुविधा होगी|
अगर आप बीमार है और आपके पास अस्पताल में इलाज करवाने के पैसे नहीं है, तो अब आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एेसा इसलिए क्याेंकि मोदी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में नेशनल हेल्थ पॉलिसी को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत जेब में पैसा ना होने के बावजूद हर मरीज को इलाज मिलेगा। दरअसल, आज शाम कैबिनेट और कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स की बैठक में इस पॉलिसी को मंजूरी दी गई।
सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज
बताया जा रहा है कि इस नेशनल हेल्थ पॉलिसी के तहत हर किसी को इलाज की सुविधा दी जाएगी। किसी भी मरीज का इलाज करने से इंकार नहीं किया जा सकेगा और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और जांच की सुविधा होगी। इसके साथ ही माेदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों काे ताेहफा देते हुए महंगाई भत्ता 2 फीसदी बढ़ा दिया है, जो जनवरी से लागू होगा। इसके अलावा कैबिनेट ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) बिल-2017 को मंज़ूरी देने के साथ ही देशभर में 50 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने पर भी मुहर लगा दी है।