उज्जैन – ईपत्रकार.कॉम |जीने की ताकत को जिन्दादिली से बनाये रखें। अधिकारी-कर्मचारी सेवा निवृत्ति के पूर्व अलग-अलग स्थानों पर काम करता हुआ आत्मसंतुष्टि को प्राप्त करता है। हमारी भारतीय संस्कृति सांस्कृतिक चेतना में अनुभवों को बड़ी महत्ता दी गई है। अगर पत्थर जब नदी के साथ अपनी यात्रा प्रारम्भ करता है तो वह अनेक प्रकार के घर्षणों को प्राप्त कर शिवलिंग बनकर पूजनीय स्थान प्राप्त करता है। इसी तरह शासकीय जीवन यात्रा प्रारम्भ करने वाला व्यक्ति भी विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करते हुए अन्तिम सौपान पर पहुंचकर समाज में सम्मानजनक स्थान पाता है। सेवा निवृत्ति के बाद समाज को एक नई गति देने का प्रयास करें तथा आगे का जीवन जिन्दादिली से जियें। अपर आयुक्त श्री अशोक कुमार भार्गव ने यह बात आज अक्टूबर माह में सेवा निवृत्त हो रहे कर्मचारियों को आभार कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कही।
इसके पूर्व अपर आयुक्त श्री अशोक कुमार भार्गव, संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा श्री जेएस भदौरिया, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री राजेन्द्र जोशी एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजय गोयल ने सेवा निवृत्त हो रहे 19 कर्मचारियों को शाल, श्रीफल एवं अन्न के पैकेट से सम्मानित किया। इस अवसर पर सेवा निवृत्त हो रहे कर्मचारियों को उनके स्वत्वों के भुगतान के पत्र भी सौंपे गये। कार्यक्रम के अन्त में आभार जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजय गोयल ने प्रकट किया तथा कार्यक्रम का संचालन श्री देवेन्द्र व्यास ने किया। इस अवसर पर संभागीय पेंशन कार्यालय के श्री जीएल सोलंकी, श्रीमती अर्चना मेदमवार, श्री मुकेश आहुजा, श्रीमती मेहर, श्री गोपाल रावत मौजूद थे।
अक्टूबर माह में उज्जैन जिले में शिक्षा विभाग की श्रीमती कमला यादव, सरोज जोशी, देशराज सेन, अरूण नागर, विद्या यादव, रतनलाल मालवीय, कोष लेखा के श्री गंगाराम चन्द्रावत, राज्य बीमा विभाग के श्री दिलीप शर्मा, आरटीओ की श्रीमती कल्पना रोकड़े, कृषि विभाग के सरनामसिंह, श्री नरवरिया, प्रतिभा महाजन, विद्युत विभाग के ओमप्रकाश, इंजीनियरिंग कॉलेज के पूनमचन्द अजमेरा, पीएचई के शंकरलाल प्रजापति, ललिताबाई, जगदीश पालीवाल, जनसम्पर्क विभाग की चंचल श्रीमाल, बड़नगर तहसील के सुभाषचन्द्र जैन व कैलाशचन्द्र डोडिया सेवा निवृत्त हुए हैं।