अपने डंक और जहर के लिये कुख्यात बिच्छू को दुनिया के कई देशों में पाला जाता है. इनके जहर से बनी दवायें कई बीमारियों के इलाज में कारगर हैं. क्या आप जानते है बिच्च्छू के जहर की कीमत है 68 करोड़ रूपए प्रति लीटर.
बारीकी से निकलता है जहर
चिमटी और इसी तरह के छोटे हथियारों की मदद से बिच्छुओं को पहले उनके बक्से से बाहर निकाला जाता है ओर फिर सुइयों की मदद से उनका जहर जमा किया जाता है.
2 मिलीग्राम जहर हर दिन
इस जहर को फ्रीज में रख कर पहले जमाना पड़ता है और फिर उसे चूर्ण बना कर बेचा जाता है. एक बिच्छू आमतौर पर 2 मिलीग्राम जहर हर रोज पैदा करता है और इससे प्रयोगशाला में 2 ग्राम चूर्ण तैयार होता है.
दवाइयां और कॉस्मेटिक्स
फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और स्विट्जरलैंड जैसे यूरोपीय देश बिच्छू के जहर के बड़े खरीदारों में है. यहां इनका इस्तेमाल कॉस्मेटिक, एंटीबायोटिक, और दर्दनिवारक दवायें बनाने में होता है.