Film Review: रोमांच से भरपूर थ्रिलर फिल्म है ‘फोबिया’

0

फिल्म का नाम: फोबिया
डायरेक्टर: पवन कृपलानी
स्टार कास्ट: राधिका आप्टे, सत्यदीप मिश्र, अंकुर विकल, यशस्वनी ड्यामा और निवेदिता भट्टाचार्य.
टाइम: 1 घंटा 53 मिनट
सर्टिफिकेट: A
रेटिंग: 3 स्टार

डायरेक्टर पवन कृपलानी ने ‘रागिनी एमएमएस’ और ‘डर एट द माल’ जैसी थ्रिलर फिल्में बनाई हैं और अब एक बार फिर से साइकोलॉजिकल थ्रिलर ‘फोबिया’ का निर्देशन किया है, कैसी है ये फिल्म?

कहानी:-
इस फिल्म में मुंबई के रहने वाली महक (राधिका आप्टे) की कहानी को दर्शाया गया है जो फोबिया से पीड़ित है, उसे अलग-अलग समय में कई सारे दृश्य दिखाई देते हैं जिसे देखकर वो डरती रहती हैं, खुद को घर के भीतर कैद कर लेती हैं, इस फोबिया के कारण उसका दोस्त शान (सत्यदीप मिश्र) उसे एक नए अपार्टमेंट में शिफ्ट करता है लेकिन नए घर में भी कई सारी घटनाएं घटती रहती हैं जिसकी वजह से बहुत सारे उतार चढ़ाव सामने आते हैं, महक की हालत दिनो-दिन और बिगड़ती जाती है. कहानी में बहुत सारे मोड़ आते हैं और आखिरकार रिजल्ट सामने आते हैं.

स्क्रिप्ट:-
फिल्म की कहानी को बहुत ही सोच समझ के लिखा गया है. इसमें एक विशेष बात ये है कि वर्तमान के साथ-साथ फ्लैशबैक में हुई बातों की कड़ी भी एक दूसरे से बखूब जोड़ी गई है. डॉयलाग से ज्यादा एक्टर्स के भाव बहुत कुछ कह जाते हैं.

अभिनय:-
राधिका आप्टे ने बेहतरीन अभिनय किया है और एक ही घर भीतर अलग-अलग एक्सप्रेशन देने की कला का बखूब प्रदर्शन किया है. उनके चेहरे के भाव आपके साथ आसानी से कनेक्ट कर जाते हैं. वहीं सत्यदीप मिश्र की मौजूदगी भीफिल्म को और ज्यादा निखारती है.

कमजोर कड़ी:-
फिल्म की कमजोर कड़ी इसकी कहानी है जो सिर्फ मल्टीप्लेक्स और क्लास ऑडियंस को ही रिझा पाएगी, जिसकी वजह से बॉक्स ऑफिस पर कमाई के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी.

संगीत:-
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है जो कहानी की रफ्तार में सहायक साबित होता है.

क्यों देखें:-
अच्छी एक्टिंग और स्क्रिप्ट के कायल हैं तो एक बार जरूर देख सकते हैं.

Previous articleलंदन में हुई नेहरा के दायें घुटने की सर्जरी
Next articleनवाज शरीफ की ओपन-हार्ट सर्जरी से पहले पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here