NEET और JEE परीक्षाओं से 28 लाख छात्रों को हो सकता है कोरोना- सिसोदिया

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देशभर में जेईई और नीट परीक्षा को टाले जाने को लेकर विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कुछ छात्रों ने घर पर रहकर ही इसका विरोध करने का फैसला किया है। एेसे में अब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए जाने वाली NEET और JEE की परीक्षाएं स्थगित करने की मांग करते हुए केन्द्र सरकार से छात्रों के चयन के लिये वैकल्पिक पद्धति पर काम करने का अनुरोध किया।

सिसोदिया ने पत्रकारों से कहा, ”वह (केन्द्र सरकार) कह रहे हैं कि नियमों का पालन किया जाएगा। केन्द्र सरकार चाहती है कि 28 लाख छात्र उन्हीं नियमों का पालन करें, जिनका अनुसरण करने के बावजूद लाखों भारतीय संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।”

उन्होंने कहा कि बेहद सुरक्षित माहौल में रहने के बावजूद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। इसके अलावा दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री समेत कई अन्य नेताओं को भी इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया था। सिसोदिया ने कहा, ”तमाम ऐहतियाती कदम उठाने के बावजूद बहुत सारे शीर्ष नेता संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में हम 28 लाख छात्रों को परीक्षा केन्द्र भेजने का जोखिम कैसे उठा सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे इसकी चपेट में नहीं आएंगे।”

गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मेन) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) तय कार्यक्रम के अनुसार सितंबर में ही आयोजित की जाएंगी। जेईई मेन का आयोजन 1 सितंबर से 6 सितंबर के बीच जबकि नीट परीक्षा 13 सितंबर को होने जा रही है। एनटीए ने 99 फीसदी छात्रों के लिए उनकी पहली प्राथमिकता का परीक्षा केंद्र सुनिश्चित किया है। जेईई मेन के लिए 8.58 लाख और नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थी पंजीकृत किया हैं।

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