नई दिल्ली: पहलवान नरसिंह यादव ने राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) से हरी झंडी मिलने के एक दिन बाद आज यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की जिन्होंने इस खिलाड़ी को बिना किसी तनाव के आेलंपिक में देश का नाम रोशन करने पर ध्यान देने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने भाजपा संसदीय दल की बैठक के तुरंत बाद संसद भवन स्थित अपने कार्यालय में इस पहलवान से मुलाकात की। उन्होंने नरसिंह को आश्वासन दिया कि उनके साथ कुछ भी अन्याय नहीं होगा।
नरसिंह ने बैठक के बाद कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने मुझे शुभकामनाएं दी और मुझे बिना किसी तनाव के आेलंपिक में भाग लेने के लिए कहा। उन्होंने मुझे देश के लिए पदक जीतने पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने इसके साथ ही मुझे आश्वासन दिया कि मेरे साथ कोई अन्याय नहीं होगा। ’’ यह पहलवान 25 जून को डोप परीक्षण में नाकाम रहा था लेकिन उसने दावा किया था कि उनके खिलाफ साजिश रची गयी है। नरसिंह ने अब कहा कि वह इस विवाद को पीछे छोड़कर आेलंपिक में अपनी भागीदारी और वहां पदक जीतने पर ध्यान देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि वे मुझसे मिले और उन्होंने मेरा समर्थन किया। मैं लोगों का मेरा समर्थन करने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। उम्मीद है कि मैं अपेक्षाओं पर खरा उतरूंगा। मैं कुश्ती महासंघ और मीडिया का भी मेरा समर्थन करने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।’’
नरसिंह से पूछा गया कि क्या वह चाहेंगे कि इस डोपिंग प्रकरण में शामिल लोगों को सजा दी जाए, उन्होंने कहा कि जांच चल रही है और उम्मीद है कि न्याय होगा। उन्होंने कहा, ‘‘एेसा किसी भी खिलाड़ी के साथ नहीं होना चाहिए अन्यथा वे खेलों में दिलचस्पी लेना बंद कर देंगे। ’’
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान नरसिंह के साथ मौजूद थे। बृजभूषण ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने नरसिंह से किसी तरह का तनाव नहीं लेने तथा स्वच्छंद होकर खेलने और देश का नाम रोशन करने पर ध्यान देने को कहा। ’’ नरसिंह को कल नाडा ने डोपिंग के आरोपों से बरी कर दिया था। उसके अनुसार वह साजिश का शिकार बने। इससे इस पहलवान के रियो आेलंपिक में खेलने का रास्ता भी साफ हो गया।