आज से शुरू हो रहा है दुनिया का सबसे बड़ा खेल आयोजन रियो ओलंपिक 2016

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ओलंपिक आयोजन के लिए चयन के बाद से ही रियो लगातार विवादों में घिरा रहा. महान फुटबॉल खिलाड़ी पेले के माराकाना स्टेडियम में ओलंपिक मशाल प्रज्ज्वलित करने के साथ ही खेलों के इतिहास के सबसे ज्यादा संकट से घिरा यह महाकुंभ शुक्रवार से शुरू हो जाएगा. इसके साथ ही रियो के आयोजकों को सात साल की बाधाओं भरी तैयारियों के अंत होने की उम्मीद है.

यह पहली बार है कि किसी दक्षिण अमेरिकी देश में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है. साथ ही अब तक ओलंपिक खेलों के इतिहास का सबसे ज्यादा विवादों में घिरा रहा आयोजन भी रियो के सिर ही है.

आर्थिक और राजनीतिक बाधाओं को पार किया
शुक्रवार को उद्घाटन समारोह के साथ ही ओलंपिक आयोजन के कर्ताधर्ता उम्मीद करेंगे कि प्राकृतिक खूबसूरती में खेला अगले 17 दिन तक खेलों के इस उत्सव में और कोई नया विवाद न खड़ा हो. जब 2009 में रियो ने खेलों की मेजबानी हासिल की थी तो ब्राजील को उम्मीद नहीं थी कि उसे आर्थिक मंदी के दौर, बेरोजगारी और मच्छरों से होने वाले जीका वायरस, राजनीतिक संकट, बुनियादी ढांचे में रूकावट जैसी बाधाओं से जूझना होगा. इतना ही नहीं इस दौरान ब्राजील के राष्ट्रपति दिल्मा रूसेफ पर आयोजन में हो रही गड़बड़ियों को लेकर महाभियोग भी चला दिया गया. इन सबने रियो की 2016 ओलंपिक की मेजबानी की खुशी को खत्म कर दिया.

20 फीसदी भी नहीं बिके 100 रेस के टिकट
रियो से विवादों का किस कदर नाता रहा इसका सबूत केवल इस बात से ही मिल जाता है कि इस महाकुंभ की सबसे पंसदीदा स्पर्धा पुरुष वर्ग में 100 मीटर फाइनल के अब तक 10 लाख से ज्यादा टिकट यानी कुल टिकटों के 20 फीसदी भी नहीं बिक सके हैं.

 डॉकयार्ड के एक कर्मचारी कालरेस रॉबर्टे ने कहा, ‘एक तरह से ओलंपिक ब्राजील के लिए अच्छे हैं जिससे हमें विकास करने में मदद मिली लेकिन देश बहुत दुखी है, हिंसा और बेराजगारी से भरा हुआ है.’ उन्होंने बताया, ‘आप अस्पताल में जाओगे तो आपको डॉक्टर या दवाई नहीं मिलेगी.’

जीका वायरस ने किया सबसे बड़ा प्रहार
इन सभी बाधाओं के कारण रियो की हालात बदलने की सारी योजनाओं पर पानी फिर गया जिसमें शहर के सबसे गंदे गुआनबारा बे की सफाई का संकल्प भी शामिल था. इसका मतलब है कि एथलीटों को ओलंपिक नौकायान और विंडसर्फिंग स्पर्धाओं में जहरीने पानी में भाग लेने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जो शहर की आधी जनसंख्या के सीवेज से भरा है. जीका वायरस से अगर गर्भवती महिलाएं संक्रमित हो जाएं तो जन्म के समय बच्चे गंभीर विकृतियों के साथ पैदा हो सकते हैं. इसने दुनिया के टॉप चार गोल्फरों को खेलों से हटने के लिए बाध्य कर दिया. ब्राजीली अधिकारियों ने हालांकि जोर देते हुए कहा कि इस संक्रमण से खतरा लगभग न के बराबर है क्योंकि यह समय साल का सबसे ठंडा समय है.

आतंकी हमलों की धमकियां भी मिलीं
आंतकी हमलों की धमकी से बचने के लिए खेलों के लिए शहर में चारों ओर 85,000 सैन्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है जो 2012 लंदन खेलों की तुलना में दोगुने हैं. इससे हालांकि रियो में लंबे समय से चली आ रही अपराधों की समस्या से सुरक्षा मिलने की संभावना है. ब्राजील पहुंचने के बाद दानिश, चीनी और ऑस्ट्रेलियाई दल के टीम सदस्यों ने चोरी की शिकायत की है जबकि मई में स्पेन की नौकायान टीम से बंदूक दिखाकर लूटपाट की गई.

रूसी डोपिंग स्कैंडल की सबसे बड़ी मार
रियो जहां इतनी सारी समस्याओं से जूझ रहा है तो ओलंपिक अभियान रूस के डोपिंग प्रकरण से निपटने में जूझ रहा है. वाडा जांच पैनल ने पिछले साल नवंबर में राज्य के समर्थन में चल रहे डोपिंग कार्यक्रम का खुलासा किया था. आईएएएफ ने अंत में रूस की ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों को छह महीने के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं से प्रतिबंधित कर दिया है.

विवादों से इतर बोल्ट, फेल्पस पर सबकी नजर
तमाम विवादों और समस्याओं के बावजूद रियो का महाकुंभ शुरू होने जा रहा है. एथलीट मैदान में उतरने के साथ ही अपनी प्रतिभा के बूते इन तमाम विवादों को पीछे छोड़ देंगे. एक बार फिर बीजिंग और लंदन की ही तरह जमैका के ‘स्प्रिंट किंग’ उसेन बोल्ट सभी के आकर्षण का केंद्र होंगे जो लगातार तीसरी बार 100, 200 और 4×100 मीटर स्पर्धा का गोल्ड जीतने के लिए उतरेंगे. साथ ही सभी की निगाहें ओलंपिक स्वीमिंग पूल पर भी होंगी जिसमें अमेरिकी स्टार माइकल फेल्प्स सभी के आकर्षण का केंद्र होंगे. ओलंपिक इतिहास में सबसे ज्यादा चमकदार इस खिलाड़ी ने 31 साल की उम्र में संन्यास से वापसी की है, उनके नाम 18 गोल्ड सहित 22 मेडल हैं.

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