ब्रिटेन की राजधानी लंदन में हुए एक के बाद एक हमलों की जिम्मेदारी कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। इन हमलों में 7 लोगों मारे गए और कई लोग घायल हुए हैं। शनिवार को लंदन हमले को इस्लामिक स्टेट के सेनानियों की एक टुकड़ी ने अंजाम दिया।
इन हमलों के बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए न सिर्फ 3 संदिग्धों को मार गिराया, बल्कि 14 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। मौके पर मौजूद चश्मदीद ने बताया कि वैन की रफ्तार 50 मील से ज्यादा की थी। हमलावरों ने हमला करने से पहले ‘अल्लाह’ का नाम लिया था।
बता दें कि काफी संख्या में लोग इस मशहूर ब्रिज पर चहलकदमी कर रहे थे कि तभी एक अनियंत्रित वैन ने लोगों को टक्कर मारनी शुरू कर दी। जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। वहीं हमले के बाद ब्रिज की ओर आने वाले सभी रास्तों और लंदन के अंडरग्राउंड ट्रेन स्टेशन को बंद करवा दिया गया है। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया।
दूसरी घटना ब्रिज के ही पास एक रेस्तरां की है जहां एक शख्स ने वहां खाना खा रहे लोगों पर चाकू से वार किए। इस दौरान वह चाकू को लहरा रहा था जिससे वहां मौजूद लोगों के बीच भगदड़ मच गई।
आतंकी हमले में जेरार्ड नामक व्यक्ति ने आतंकियों का सामना कांच की बोतलों और गिलास से किया। जेरार्ड के मुताबिक उसने आतंकियों को एक महिला पर चाकुओं से वार करते देखा। इस दौरान वे चिल्ला रहे थे ‘अल्लाह के लिए’।
इसके बाद तीनों आतंकी पब और रेस्तरां की ओर भागे। जेरार्ड ने उनका पीछा किया ताकि पुलिस को उनकी लोकेशन बता सके। घटनास्थल पर पहुंचते ही उसने लोगों से चिल्लाकर भागने को कहा। उसने आतंकियों को रोकने के लिए वहां मौजूद कांच की बोतलें और गिलासों को उनपर फेंकना शुरू किया। इससे उनका ध्यान भटका और कई लोग बचने में सफल हुए। इसके बाद वह पुलिस को आतंकियों तक भी ले गया, जहां पुलिस ने हमलावरों को मार गिराया।