आईपीएल-11 में दिल्ली डेयरडेविल्स के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए गौतम गंभीर ने कप्तानी छोड़ दी है। टीम कोच, मेंबरों के साथ गंभीर ने एक प्रेस कांफ्रैंस दौरान इसका खुलासा किया। गंभीर ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि आईपीएल-11 में दिल्ली डेयरडेविल्स की शुरुआत अच्छी रहेगी, क्योंकि हमारे पास कई अच्छे प्लेयर हैं जो अकेले ही मैच का पासा बदलने का दम रखते हैं। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। हम पांच मैच हार चुके हैं। टीम के खराब प्रदर्शन की मैं जिम्मेदारी लेता हूं। अब सही समय है कि योग हाथों में दिल्ली का नेतृत्व हो।
गंभीर ने कहा- यह मेरा निर्णय है, मैं टीम में ज्यादा योगदान नहीं दे पर रहा था। मुझे जिम्मेदारी लेनी थी और मुझे लगा कि ये सही समय है। अभी भी मुझे विश्वास है कि हमारे पास अच्छी टीम है जो किसी भी टीम को हरा सकती हैै। हर टीम की तरह हमने भी कुछ बदलाव करने की कोशिश की है। उम्मीद है हम इसमें कामयाब होंगे। यह डिसिजन मुश्किल जरूर था, इसके बारे में जब मैंने अपनी बीवी से भी बात कि तो उन्होंने कहा कि अगर आपको लगता है कि आपके कप्तानी छोडऩे से कुछ अच्छा होने जा रहा है तो आपको वहीं करना चाहिए।
कहीं न कहीं क्या बढ़ती उम्र ने आपको यह निर्णय लेने पर मजबूर किया, सवाल पर गंभीर ने कहा कि खिलाड़ी जब तक फिट रहता है तब तक उम्र का शरीर पर कोई फक्र नहीं पड़ता। हालांकि इसे भी झुठलाया नहीं जा सकता कि उम्र बढऩे से शरीर की शक्ति भी कम होती है। कई बार आपको बड़ी जिम्मेदारी निभाने के लिए युवा होना बहुत जरूरी होता है तो कई बार आपको यंग टैलेंट को मौका देेने के लिए पीछे हटना पड़ता है, मैं ठीक परफॉर्म नहीं कर पा रहा था। ऐसे मेें मैंने सोचा, यही सही समय है- यंग टैलेंट को मौका दिया जाए।
गंभीर और पोंटिंग की बात सुन चौक गए थे ईय्यर
दिल्ली की कप्तानी मिलने पर श्रेयस ईय्यर ने कहा कि जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है मैं ऐसे मंजूर करता हूं।। मैं पहले से चैलेंज पसंद करता आया हूं। इससे मुझे अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। मैं पूरा जोर लगाउंगा कि अपनी टीम के साथ बेहतर कर सकूं। यह पूछने पर कि कब आपका पता चला कि आपको कप्तानी मिलनी वाली है, पर श्रेयस ने कहा कि कल रात से ही बातचीत चल रही थी। फिर सुबह गंभीर और रिकी पोंटिंग से मिलना हुआ। गंभीर की बात सुनकर मैं चौंक गया था। लेकिन रिकी पोंटिंग और गंभीर ने जब कहा कि हमें आपपर भरोसा है कि आप इसे संभाल सकते हो तो मुझे लगा कि सीनियर के विश्वास को बनाए रखना ही मेरा काम है। शायद भगवान ने मुझे मौका दिया है बड़े प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शन करने का। मैं इसे भुनाना चाहता हूं और इसकी पूरी कोशिश भी करूंगा।