नरवाई में आग ना लगाएं उसका प्रबंधन करें – विधानसभा अध्यक्ष

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होशंगाबाद  – ईपत्रकार.कॉम |म.प्र. शासन के निर्देशानुसार भारत सरकार के ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत होशंगाबाद जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में किसान कल्याण कार्यशाला का आयोजन किया गया। होशंगाबाद विकासखण्ड के कृषक प्रशिक्षण केन्द्र पवारखेड़ा में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित म.प्र. विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि होशंगाबाद के किसान उत्पादन बढ़ाए, खेती की लागत कम करें तथा उपज का उचित मूल्य प्राप्त कर अपनी आमदनी बढ़ायें। उन्होंने किसानों को म.प्र. शासन द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के अंतर्गत रबी 2016-17 गेहूं एवं खरीफ 2017 धान में प्रति क्विंटल 200 रूपए के मान से प्रोत्साहन राशि के रूप में जिले के 60 हजार किसानों को 150 करोड़ की राशि उनके खाते मे प्रदान किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में उपार्जित गेहूं के लिए प्रति क्विंटल 265 रूपए एवं चना, मसूर एवं सरसों में प्रति क्विंटल 100 रूपए की प्रोत्साहन राशि 10 जून 2018 को किसानों के खाते में जमा कराई जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों, कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों की मेहनत का फल है कि प्रदेश को लगातार 5 वर्षों से कृषि कर्मण अवॉर्ड प्राप्त हो रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कुशल पटेल ने किसानो से खेती की लागत कम करने तथा जैविक खेती अपनाकर लाभ कमाने की बात कही।

कार्यक्रम में प्रदेश स्तर से पहुंचे संयुक्त संचालक कृषि श्री जेएन सूयवंशी ने कार्यशाला में प्रदान की गई तकनीकी जानकारी को अपनाकर खेती में लाभ प्राप्त करने की सलाह किसानो को दी। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए उपसंचालक कृषि श्री जितेन्द्र सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में जनप्रतिनिधियों की उपस्थित में सम्पन्न हो रहा है जिसमें किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकादी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि उद्यानिकी, पशुपालन एवं मछली पालन अपनाकर ही किसानों की आय को दुगुना किया जा सकता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि महाविद्यालय पवारखेड़ा के डीन डॉ. डीके पहलवान ने किसानों को उन्नत तकनीकी की जानकारी प्रदान करते हुए खेती में लागत कम करने के लिए उचित मात्रा में बीज, उर्वरक एवं कीटनाशक का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे नरवाई में आग ना लगाएं तथा उसका प्रबंधन कर मृदा स्वास्थ्य सुधारें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए परियोजना संचालक आत्मा श्री एमएल दिलवारिया ने कृषकों को जैविक खेती अपनाने की सलाह दी। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा कृषकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यशाला में ग्राम तारारोड़ा के कृषक श्री गोविंद चैधरी ने फसल अवशेष प्रबंधन एवं नरवाई ना जलाने से मृदा स्वास्थ्य में हुए सुधार की जानकारी दी। श्री सुरेन्द्र राजपूत बोराखेड़ा एवं श्री वीरेन्द्र सिंह राजपूत बमूरिया ने पशुपालन कर आय बढ़ाने की बात बताई। डोंगखेड़ा के किसान श्री राजेश मिश्रा ने फसल अवशेष प्रबंधन एवं जैविक खेती से फायदे के अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम में सहायक संचालक कृषि श्री जेएल कास्दे, श्री ओपी मालवीय, श्री संदीप यादव, श्री सुनील धोटे, श्रीमती प्रियंका जैन, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री आरएल जैन, वीटीएम श्री रविन्द्र डेहरिया, कृषि यंत्री सुश्री अश्वनी, किसान मित्र एवं बडी संख्या में कृषक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश चैरे एवं आभार प्रदर्शन श्री आरएल जैन ने किया।

सभी विकासखण्डों में आयोजित हुई किसान कल्याण कार्यशालारू- ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत जिले के केसला, बाबई, सिवनीमालवा, सोहागपुर, बनखेडी एवं पिपरिया मे भी किसान कल्याण कार्यशाला का आयोजन किया गया। केसला में आयोजित कार्यशाला में परियोजना संचालक आत्मा श्री एमएल दिलवरिया ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की आय दुगुनी करने के लिए वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन अनुसार फसल का चयन करें एवं अन्य स्त्रोत जैसे पशुपालन, रेशम, उद्यानिकी, मत्स्य पालन आदि को भी किसान अपनाएं और अपनी आय बढ़ायें। केसला में विधायक प्रतिनिधि श्री साहू एवं जनपद प्रतिनिधि एवं कृषक मित्र, कृषक दीदी एवं प्रगतिशील किसान मौजूद थे। पिपरिया में आयोजित कार्यशाला में विधायक श्री ठाकुर दास नागवंशी एवं जिला कृषि स्थायी समिति के अध्यक्ष श्री मनोहर बैंकर एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण कार्यक्रम में शामिल हुए।

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