कोरोना संकट पर राष्ट्र के नाम अपने पांचवें संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा हो रहे हैं. और दुनियाभर में 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए अकल्पनीय है.
पीएम मोदी ने कहा कि एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है. विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं. सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लेकिन थकना, हारना और टूटना-बिखरना मानव को मंजूर नहीं है. सतर्क रहते हुए, ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए, अब हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है. उन्होंने कहा कि भारत ने आपदा को अवसर में बदला.
वायरस के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश इस समय लॉकडाउन है और इसका तीसरा चरण चल रहा है जो 17 मई को खत्म होगा. शुरू में महज 21 दिन के लिए किए गए लॉकडाउन को अब तक 2 बार आगे बढ़ाया जा चुका है.
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी आज अपने इस संबोधन में एक बार फिर से लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं, साथ ही संभव है कि इस बार लॉकडाउन के साथ-साथ पहले से थोड़ी ज्यादा छूट भी देशवासियों को दी जाएं.
लॉकडाउन 3 में शर्तों के साथ छूट
3 मई को लॉकडाउन का दूसरा चरण पूरा होने के बाद तीसरे चरण में कुछ राहत भी दी गई थी. राजस्व के लिए शराब की बिक्री को भी मंजूरी दे दी गई थी. साथ ही ग्रामीण इलाकों में कुछ उद्योग धंधों को भी छूट दे दी गई है.
इसके अलावा शर्तों के साथ कुछ दफ्तरों को खोलने की भी परमिशन दी गई. लेकिन देश का बड़ा तबका 50 दिन से घरों में कैद है, ऐसे में जनता को विश्वास दिलाकर पीएम मोदी आज देश के सामने धीरे-धीरे चीजें सुधरने की बात भी कर सकते हैं और लोगों से संयम बरतने की अपील कर सकते हैं.