नैशनल सीनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप : सिंधु और प्रणॉय बने नेशनल चैंपियन

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साइना नेहवाल और एचएस प्रणॉय ने 82वें राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप के खिताब जीत लिए हैं। बुधवार को नागपुर में खेले गए मुकाबलों में दोनों ने अपने-अपने वर्ग में खिताब जीता। प्रणॉय ने जहां पुरुष एकल वर्ग फाइनल में किदांबी श्रीकांत को हराया, वहीं साइना ने पीवी सिंधु को हराकर खिताब अपने नाम किया।

साइना को छह मैच पॉइंट मिले और आखिरकार उन्होंने दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधु को 21-17, 27-25 से हराकर तीसरी बार नैशनल चैंपियनशिप जीती।

साइना और सिंधु के बीच पहले गेम में एक-एक पॉइंट के लिए संघर्ष हुआ। साइना ने पहले गेम में 10-7 की बढ़त बना ली। सिंधु ने लगातार दो पॉइंट जीतकर पॉइंट्स के अंतर को कम किया। पहले गेम में ब्रेक टाइम तक साइना 11-9 से आगे थीं। साइना ने इसके बाद लगातार चार अंक जीतकर 14-9 की बढ़त बना ली। इसके बाद सिंधु ने भी वापसी की और लगातार चार अंक हासिल कर स्कोर 17-18 तक पहुंचा दिया। इसके बाद साइना ने बढ़त को अपने हाथ से फिसलने नहीं दिया। सिंधु के इस वाइट शॉट के बाद साइना ने पहला गेम 21-17 से अपने नाम किया।

सिंधु ने दूसरे गेम में शानदार शुरुआत की। उन्होंने 5-1 की बढ़त हासिल कर ली। साइना ने इसके बाद जोरदार वापसी की और स्कोर को 6-6 तक पहुंचाया। ब्रेक टाइम तक सिंधु 11-8 से आगे थीं। सिंधु ने 18-15 तक अपनी बढ़त बनाए रखी। इसके बाद साइना के खेल में जबर्दस्त तेजी आयी। साइना 20-18 से आगे निकल गईं लेकिन अंत में जीत हासिल करने के लिए उन्हें पांच और अंक हासिल करने पड़े।

इससे पहले, एचएस प्रणॉय ने किदांबी श्रीकांत को हराकर सीनियर बैडमिंटन नैशनल चैंपियनशिप जीत ली। बुधवार को नागपुर में खेले गए दिग्गजों के इस मुकाबले में प्रणॉय ने 21-15, 16-21, 21-7 से खिताब अपने नाम किया।

पहले गेम में 11वीं वरीयता प्राप्त प्रणॉय ने श्रीकांत के हर दांव को फेल किया और 21-15 से जीत हासिल की थी। दूसरे गेम में श्रीकांत ने अपने अनुभव से फायदा उठाया और 21-16 से गेम अपने नाम किया। तीसरे गेम में प्रणॉय ने कोई मौका नहीं दिया और स्मैश का मुकाबला स्मैश से किया। इस गेम मे उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को 21-7 से मात देकर खिताब अपने नाम कर लिया।

कुछ दिन पहले ही दोनों खिलाड़ियों के बीच फ्रेंच ओपन सुपर सीरीज के सेमीफाइनल में भिड़ंत हुई थी। श्रीकांत ने प्रणॉय को 14-21, 21-19, 21-18 से हराया था। पर प्रणॉय ने यहां पैरिस वाली गलती नहीं दोहरायी। आखिरी गेम में वह ब्रेक तक 11-3 से आगे थे।

दोनों खिलाड़ियों के बीच अभी तक कुल पांच मुकाबले हुए हैं जिनमें श्रीकांत को तीन बार जीत हासिल हुई है। आखिरी बार प्रणॉय ने श्रीकांत को 2011 में टाटा ओपन में हराया था।

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