प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रजेंटेशन में – संभागायुक्त श्री कियावत

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भोपाल  – ईपत्रकार.कॉम |संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने कहा कि किसी भी समस्या से अवगत होने पर पहले उसका विश्लेषण करें फिर नियमों की परिधि में तथा शासकीय संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार उसके निराकरण की दिशा में आगे बढ़े। श्री कियावत आज मध्यप्रदेश लोक सेवा से विभिन्न विभागों में सेवा के लिये चयनित प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवकों को अपना प्रथम लक्ष्य सेवा और दूसरा व्यक्तिगत रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु अधिकारियों की ग्रामीण स्थल की रिपोर्ट में बालिका शिक्षा की उल्लेखनीय भागीदारी जहां संतोष का तो वहीं नशे की प्रवृत्ति चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्‍और उन्नत समाज के निर्माण हेतु नशामुक्ति अनिवार्य है।

संभागायुक्त श्री कियावत ने प्रशिक्षु अधिकारियों से यह भी जानना चाहा कि ग्रामीण परिवेश उनकी परिकल्पना से बेहतर था अथवा न्यूनतम। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को जहां पर होना चाहिए वो वहां हो यही बात हमारे सिस्टम को मजबूत करेगी। संभागायुक्त ने कहा कि ऐसे ही शासकीय सेवक दूसरे की तुलना में सदैव बेहतर परिणाम दे सकेंगे।

उल्लेखनीय है कि लोक सेवा के चयनित 60 प्रशिक्षु अधिकारियों की तीन-तीन टीमें रायसेन, विदिशा, राजगढ़ तथा सीहोर के ग्रामों में तीन दिवस के भ्रमण पर गई थी, जिन्होंने तीन रात ग्रामों में ही विश्राम किया। प्रत्येक जिले में अपना भ्रमण पूर्ण कर वापस आयीं 12 टीमों ने अपने ग्रामीण अनुभवों को प्रजेंटेशन के माध्यम से सांझा किया। इन सभी दलों ने ग्राम सम्पर्क के दौरान कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छ भारत, सामाजिक सुरक्षा, संबल योजना, आंगनवाड़ी, स्व-सहायता समूह आदि पर केन्द्रित अपना प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक भोपाल रेंज श्री जयदीप प्रसाद, अपर आयुक्त श्री राजेश जैन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और लोक सेवा आयोग से चयनित प्रशिक्षु अधिकारी उपस्थित थे।

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