फेसबुक के फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने अमेरिकन संसद में सदस्यों को बताया कि पॉलिटिकल कंसल्टेंसी कैंब्रिज ऐनालिटिका ने जिन 8 करोड़ 70 हजार लोगों के फेसबुक डेटा का इस्तेमाल किया है, उनमें उनका पर्सनल डेटा भी शामिल था। जकरबर्ग ने सांसदों की उन बातों का खंडन किया कि यूजर्स के पास अपने डेटा का पर्याप्त नियंत्रण होता है।
यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स एनर्जी और कॉमर्स कमिटी के सदस्यों के सामने फेसबुक चीफ एग्जिक्यूटिव ने बताया, ‘हर बार जब भी कोई यूजर कोई भी चीज शेयर करना चाहता है तो उसके पास उसका कंट्रोल होता है। बिल्कुल उसी जगह पर। इसके लिए अलग से किसी सेटिंग में जाने की जरूरत नहीं है।’
आम तौर पर ग्रे रंग की टी-शर्ट में नजर आने वाले जकरबर्ग एक बार फिर अपनी डार्क रंग के सूट में नजर आए। जकरबर्ग को दो दिन तक अमेरिकी संसद में पेश होना था। मंगलवार को भी उन्होंने संसद में करीब 5 घंटे तक अमेरिकी सांसदों के सवालों के जवाब दिए थे।
फेसबुक के निवेशक कंपनी की शुरूआती तरक्की को देखकर काफी खुश थे। लेकिन जब से फेसबुक डेटा लीक होने और डेटा का अमेरिकी चुनाव में इस्तेमाल होने की खबर के बाद पिछले एक महीने से कंपनी को काफी उथल-पुथल का सामना करना पड़ रहा है। न्यू जर्जी के प्रतिनिधि फ्रैंक पालोन ने पूछा, ‘अगर फेसबुक का ही अपने डेटा पर कंट्रोल नहीं है तो यूजर्स का इस पर कंट्रोल कैसे हो सकता है।’
फेसबुक डेटा लीक में करीब 8 करोड़ 70 लाख लोग प्रभावित हुआ था। सांसदों ने यह बात सुनिश्चित करने को कहा। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को सेनेट कॉमर्स ऐंड जूडिशरी कमिटियों के सामने पेश हुए जकरबर्ग ने फेसबुक के जरिए हुई गड़बड़ियों की जिम्मेदारी ली और चुनावों के दौरान लोगों का भरोसा बहाल बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा था कि भारत में आगामी चुनावों के दौरान पूरी सर्तकता बरती जाएगी।
अमेरिकी कांग्रेस में पेशी के दौरान जकरबर्ग ने कहा, ‘हमारी यह जिम्मेदारी है कि केवल टूल्स ही ना बनाएं, बल्कि यह भी आश्वस्त करें कि उन टूल्स का इस्तेमाल अच्छे के लिए हो। यह स्पष्ट है कि हम टूल्स का इस्तेमाल गलत चीजों के लिए होने से रोक नहीं पाए। फेक न्यूज, हेट स्पीच, चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप, डाटा की निजता जैसे नुकसान को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा पाए। हम अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से नहीं निभा पाए। यह बड़ी गलती है और मैं माफी मांगता हूं। मैंने फेसबुक शुरू किया, मैं इसे चलाता हूं और यहां जो कुछ भी होता है उसके लिए मैं ही जिम्मेदार भी हूं।
उन्होंने कहा था, ‘हम आश्वस्त करते हैं कि भारत में आगामी चुनावों के दौरान सर्तकता बरतने में अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। 2016 में हुए अमेरिकी चुनावों के बाद हमारी प्राथमिकता दुनिया भर में हो रहे चुनावों में सर्तकता बरतने की है। डेटा प्राइवेसी और चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप ही वह सबसे बड़े मसले हैं, जिनका सामना कंपनी करती है। इन अधिकारों को अच्छे से निभाने की जिम्मेदारी बहुत बड़ी है।’